कोरोना अपनी पकड़ क्षेत्र में मजबूत करता जा रहा है। सोमवार को जिन छह BSF जवानों की रैपिड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, वो RT-PCR टेस्ट में भी पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में अब श्रीगंगानगर के सरकारी अस्पताल में कोरोना के 13 मरीज हो गए हैं। इसके बावजूद लापरवाही अभी भी जारी है। दूसरे राज्यों से लोगों का आना-जाना भी जारी है। मालूम हो कि श्रीगंगानगर एक ऐसा इलाका है, जहां से पंजाब पूरी तरह सटा हुआ है, यानी पंजाब से कभी भी कोई भी कोरोना का मरीज आ सकता है, लेकिन इसके बावजूद कोई पाबंदी नहीं है।
पंजाब से आते हैं मरीज
पंजाब से श्रीगंगानगर आने वाले लोगों में बड़ी तादाद में ऐसे लोग होते हैं जो निजी अस्पतालों में चैकअप के लिए आते हैं। ऐसे में इन लोगों की जांच की जानी चाहिए, लेकिन कुछ वक्त पहले अंतर-राज्यीय चैकिंग प्वाइंट पर राज्य सरकार के जांच हटा देने के बाद अब वहां से भी धड़ल्ले से आवागमन हो रही है। वहीं दूसरी ओर, जो कोरोना पॉजिटिव मरीज आए हैं उनका श्रीगंगानगर पहुंचने के दौरान भी किसी से संपर्क हुआ हो तो वह भी भी क्षेत्र के लोगों के लिए परेशानी बन सकता है।
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सिर्फ पुलिसकर्मी चेकिंग प्वाइंट पर
पंजाब से लगे जिले की सीमा पर राजस्थान पुलिस के लिए निर्धारित जगह पर सिर्फ पुलिसकर्मी ठहरे हुए हैं। इसके अलावा चिकित्सा विभाग या प्रशासन का कोई प्रतिनिधि नहीं है। ऐसे में अगर कोई कोरोना संक्रमित पंजाब से आता भी है तो उसे रोकने का कोई इंतजाम नहीं है।
भीड़-भाड़ वाले बाजार
मई महीना बीतते-बीतते जब कोरोना रोगियों का आंकड़ा कम हुआ तो लोग भी लापरवाह हो गए। इसके साथ ही बाजारों में सामाजिक दूरी का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। अब लोगों ने कुछ कार्यक्रम आयोजित करना भी शुरू कर दिया है। ऐसे में क्षेत्र में 13 नए मरीज आने के बाद भी लोग सावधान नहीं हैं। अब लोग सार्वजनिक कार्यक्रमों में इकट्ठे होने लगे हैं।