नई दिल्ली। राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्यों ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर रायबरेली व अमेठी में परियोजनाओं को बंद करने का आरोप लगाया। रायबरेली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, जबकि अमेठी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का निर्वाचन क्षेत्र है। मुद्दे को उठाते हुए प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने कांग्रेस नेताओं को चुनाव में विजयी बनाने की वजह से अमेठी व रायबरेली के लोगों से बदला लिया है।
तिवारी ने कहा कि अमेठी में राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी को बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा, “लगभग 148 छात्रों को वहां से कहीं और भेज दिया गया है। 40 छात्राओं को पहले ही बलपूर्वक हटाया जा चुका है। बीते दो वर्षो में फूड पार्क और हिंदुस्तान पेपर मिल को बंद किया गया, साथ ही किसानों के डिस्कवरी पार्क को भी बंद कर दिया गया।” तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा, “सरकार एक सतत प्रक्रिया का नाम है, लेकिन यह राजनीति का क्रूर पक्ष है कि सोनिया गांधी व राहुल गांधी के निर्वाचन क्षेत्रों की सभी परियोजनाओं को बंद किया जा रहा है। यह उन लोगों से बदला है, जिन्होंने कांग्रेस नेताओं को चुना।”
तिवारी का कांग्रेस सदस्य राजीव शुक्ला व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने भी समर्थन किया। आजाद ने सवाल किया, “कांग्रेस अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के निर्वाचन क्षेत्र में कई केंद्रीय परियोजनाएं बंद की जा रही हैं। यह क्यों हो रहा है?” केंद्रीय मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार के मन में बदले की कोई भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि वे अधिक जानकारी के लिए संबंधित मंत्रियों से बात करेंगे। नायडू ने कहा, “मैं इस बात से सहमत हूं कि बदले की कोई भावना नहीं होनी चाहिए। आपने जो मुद्दा उठाया है, उस पर मैं अधिक जानकारी इकट्ठा करूंगा।” मंत्री ने कहा, “मैं सदन को आश्वासन देता हूं कि किसी से बदले का कोई सवाल नहीं है। कोई भी सरकार जब सत्ता में आती है, तो उसकी अपनी योजनाएं होती हैं।”