पुत्रदा एकादशी। हिंदू धर्म में हर एक दिन का अपना अलग महत्व होता है। इन दिनों को हिंदू धर्म में अपने-अपने हिसाब से माना जाता है। जैसा कि सभी जानते हैं हमारे जीवन में एकादशी का बहुत महत्व होता है। जानकारी के अनुसार साल में 24 एकादशी आती है। लेकिन वहीं जब अधिक मास आता है तो साल में 26 एकादशी होती है। इसके साथ ही पुत्रदा एकादशी साल में दो बार आती है। पुत्रदा एकादशी सावन और पौष मास में पड़ती है। जिनका अपना-अपना अलग महत्व होता है। इस बार पुत्रदा एकादशी 24 जनवरी 2021 को है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। जिसके करने से लाभकारी प्रभाव पड़ता है।
पुत्रदा एकादशी का शुभ मुहूर्त-
बता दें कि पंचाग के अनुसार पुत्रदा एकादशी का शुभ मुहूर्त 23 जनवरी, शनिवार की रात 8 बजकर 56 मिनट से शुरू होकर 24 जनवरी, रविवार की रात 10 बजकर 57 मिनट तक है। इसके साथ ही पुत्रदा एकादशी पारण का समय 25 जनवरी, सोमवार की सुबह 7 बजकर 13 मिनट से 9 बजकर 21 मिनट तक है। पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। माना जाता है कि जो जातक पुत्रदा एकादशी पर विधि-विधान से व्रत रखता है, भगवान विष्णु उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इस दिन व्रत रखने से व्रती को योग्य संतान की प्राप्ति भी होती है।
पुत्रदा एकादशी के दिन ऐसे करें व्रत-
इसके साथ ही पुत्रदा एकादशी के दिन सुबह उठकर जल्दी स्नान करें। उसके बाद स्वच्छ कपड़े पहने। इसके साथ ही बाद में पवित्र जल से भगवान विष्णु को जल से स्नान कराएं। भगवान विष्णु को स्नान कराने के बाद पुष्प चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। इसके साथ व्रत का संकल्प लें। इसके साथ ही भगवान विष्णु धूप, दीप अर्पित करें और भोग लगाएं। इसके साथ ही भगवान विष्णु की आरती करें। और पुत्रदा एकादशी की शाम को कथा का पाठ करें।