नई दिल्ली। बीती रात ठीक 12 बजे संसद के विशेष सत्र में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने संसद को सम्बोधित करने के बाद बजर दबा कर आखिरकार 2002 से जिस यात्रा की शुरूआत की गई थी उसका एक सुखद समापन करते हुए। एक देश एक टैक्स प्रणाली को पूरे देश में लागू कर एक नई आर्थिक क्रांति की शुरूआत की है।
इसी जीएसटी को लेकर ICAI ने एक कार्यक्रम का आयोजन इंदिरा गांधी इन्डोर स्टेडियम में किया। आज पीएम मोदी देश के सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को सम्बोधित करने के लिए उपस्थित हुए जहां पर उन्होने ने जीएसटी को लेकर लोगों के बीच पैदा हुए भ्रम और इससे होने वालो फायदों पर प्रकाश डाला।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर अपनी पाठशाला में वहां मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे खातों का सही गलत सीए देखते हैं। देश की अर्थव्यवस्था में गलत चीजें ना आने पायें इसकी जिम्मेदारी सीए की होती है। चार्टर्ड अकाउंटेंट्स देश की अर्थव्यवस्था के डॉक्टर हैं। जितना महत्व इस देश में वेदों के जरिए हमारे जीवन के सिद्धान्तों को रचने वाले ऋषि मुनियों का रहा है। उतना ही महत्व हमारी अर्थव्यवस्था में सीए का है।
मै इस देश को जितना आगे बढ़ाना चाहता हूं आप लोग भी उतना ही चाहते हो। लेकिन जिस देश में चोरी की आदत पड़ी हो वो खड़ा नहीं हो सकता । लेकिन बड़े से बड़े संकट से साथ मिलकर निकला जा सकता है। कुछ लोगों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था कमजोर पड़ी है। स्वीस बैंक की रिपोर्ट को माने तो इस बार बीते सालों की अपेक्षा 45 फीसदी पैसा वहां भारतीयों का कम जमा हुआ है।
इस बार हमने नोटबंदी की तो आप सभी लोगों सुनने में आया कि बहुत ज्यादा काम करना पड़ा है। नोटबंदी के बाद डॉटा माइनिंग का काम ंचल रहा है जिसमें पता चला है कि 3 लाख कम्पनियां में बहुत सी आर्थिक तौर पर खामियां मिली है। जल्द ही इन पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही 1 लाख शेयर कम्पनियों की भी पहचान की गई है। जिसके खिलाफ सरकार बड़ी कार्रवाई करने जा रही है। सरकार ने इसके अलावा 38 हजार ऐसी कम्पनियों को चिन्हित किया है जिन्होंने गरीबों का धन खाया है। जल्द ही ये भी कार्रवाई की जद में आयेंगे।