लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें उन्होंने प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि, कोविड का प्रभाव अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए संक्रमण की रोकथाम के लिए निर्धारित गाइडलाइंस का पालन सुनिश्चित किया जाए।
खुले बोरवेल पर रखवाया जाए ढक्कन: मुख्यमंत्री
आगरा की घटना को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, खुले बोरवेल से मनुष्यों और पशुओं दोनों का जीवन संकट में पड़ जाता है। इसलिए अभियान चलाकर खुले बोरवेल को बंद कराया जाए और उन पर ढक्कन रखवाया जाए।
उन्होंने कहा कि, बरसात का मौसम प्रारंभ हो गया है। वर्षा काल में विभिन्न बीमारियों, इंसेफेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया आदि का प्रकोप बढ़ता है। इसके दृष्टिगत संक्रामक रोगों की प्रभावी रोकथाम के लिए कार्य योजना बनाकर पूरी तैयारी कर ली जाए।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना
सूबे के मुखिया ने कहा कि, कोरोना संक्रमण के कारण जिन बच्चों के माता-पिता अथवा विधिक अभिभावक का निधन हो गया है, ऐसे बच्चों के पालन-पोषण व शिक्षा-दीक्षा के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ लागू की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, किसानों से MSP के तहत गेहूं क्रय का कार्य 15 जून, 2021 के बाद भी जारी रखा जाए। गेहूं को बारिश में भीगने से बचाने के लिए सुरक्षित भंडारण की प्रभावी व्यवस्था होनी चाहिए। इस संबंध में कोई भी शिथिलता नहीं होनी चाहिए।
गो-आश्रय स्थलों पर चारे-सफाई के निर्देश
सीएम योगी ने कहा कि, गो-आश्रय स्थलों को सुचारु एवं व्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए। सभी जनपदों में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को जिम्मेदार बनाकर इनकी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गो-आश्रय स्थलों पर चारे, पेयजल, साफ-सफाई आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।