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पीएफआई ने की योगी सरकार से मांग, हमारे मेंबरों को तत्काल रुप से करे रिहा

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पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में एटीएस के द्वारा कई ऐसे संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। जिन पर देश विरोधी घटनाओं में शामिल होने के आरोप लगे थे। गिरफ्तार हुए ये सभी सदस्य किसी ना किसी तरह पीएफआई से जुड़े हुए थे। उसके बाद इन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब इस पूरे मामले पर अब पीएफआई ने अपना प्रेस रिलीज साझा की है। जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा जिन पीएसआई के लोगों की गिरफ्तारी की गई है, उसकी निंदा की है।
एटीएस ने बीते दिनों दो लोगों को किया था गिरफ्तार
यूपी एटीएस के द्वारा मुंबई में रह रहे हैं राशिद को यूपी एटीएस के द्वारा गिरफ्तार किया गया था। इसके ऊपर तमाम देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप थे। जिसके बाद से ही यूपी एटीएस उसके ऊपर नजर बनाए हुए थी इसको लेकर के बीते दिनों उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी गई थी  जिसमें कहा गया था कि यह सभी देश विरोधी उन तमाम गतिविधियों में शामिल थे। जिससे कि देश की संप्रभुता को खतरा था इसके बाद लगातार उत्तर प्रदेश पुलिस इन सभी की तलाश करी थी  इसी कड़ी में यूपीएटीएस के द्वारा इनकी गिरफ्तारी की गई। इसमें साफ हुआ था कि गिरफ्तार हुए सदस्य पीएफआई के हैं।
पीएफआई ने की गिरफ्तारी की निंदा

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पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया उत्तर प्रदेश में बीते कुछ सालों से बेहद सक्रिय हो गया। सीएए एनआरसी के आंदोलन के साथ-साथ उन सभी तमाम देश विरोधी घटनाओं में उसके सदस्यों की भूमिका अहम तौर पर पाई जा रही है। इसके बाद इन तमाम घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यूपी पुलिस की नजर पीएफआई पर लगातार बनी हुई है। इसी कड़ी में बीते दिनों यूपी एटीएस के द्वारा दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था। जिस पर पीएफआई के द्वारा अब अपने मेंबर की गिरफ्तारी को लेकर के निंदा की गई है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने एटीएस के द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को फर्जी बताया है  इसके अतिरिक्त यह भी कहा है कि पीएफआई के संगठन के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार की इंतकामी  राजनीति का हिस्सा है। यूपी सरकार का यह राजनीतिक फैसला है कि सिर्फ एक संगठन का मेंबर होने की वजह से एक व्यक्ति के साथ अपराधियों जैसा बर्ताव किया जाएगा और संगठन की गतिविधियों में साथ देने की वजह से लोगों को सजा दी जाएगी। यूपी में सीएए विरोध आंदोलन के बाद पॉपुलर फ्रंट की प्रदेश एडहॉक कमेटी के तीन सदस्यों को फर्जी आरोप में गिरफ्तार करके उन्हें हिरासत में प्रताड़ित किया गया। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यह स्पष्ट कर देना चाहता है कि संगठन इस तरह की ओछी इंतकामी राजनीति से डरने वाला नहीं है और हम लोकतांत्रिक व कानूनी तरीके से अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। हम लोग भी योगी सरकार से मांग करते हैं कि वह हमारे मेंबरों को तत्काल रुप से रिहा करें और निर्दोष मुसलमानों को कैद में डालना और प्रताड़ित करना बंद करें।

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