नई दिल्ली। कोविड महामारी के बढ़ते प्रकोप को फैलने से रोकने के लिये उठाये गये लाकडाउन तथा कर्फ्यू जैसे कदमों के चलते पंजाब में प्रवासी मज़दूरों के रहने तथा खाने पीने की समस्या गहराने के चलते उनके पलायन को रोकने के लिये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राज्य में सभी औद्योगिक यूनिट और ईंट भट्टे मालिकों से उत्पादन शुरू करने की अनुमति दे दी है।
बता दें कि कैप्टन सिंह ने इन यूनिटों के मालिकों से शतेर् रखी है कि वे मज़दूरों को सुरक्षित रखने के सभी प्रबंध करें जिससे मजदूरों के पलायन की नौबत ही न आये । राधा स्वामी सतसंग ब्यास ने पहले ही अपने भवनों को एकांतवास की सुविधा के लिए सरकार को ऑफर किया है। इसके साथ सरकार ने राधा स्वामी सत्संग वालों से प्रवासी मज़दूरों के ठहरने के प्रबंध करने के लिए बातचीत की है क्योंकि अगले दो सप्ताह में शुरू होने वाली गेहूँ की कटाई के लिए किसानों को मजदूरों की जरूरत पड़ने वाली है जिसको लेकर किसान पहले से चिंतित है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां कहा कि यदि औद्योगिक इकाईयां और भट्टा मालिकों के पास प्रवासी मज़दूरों को रखने के लिए अपेक्षित जगह और भोजन देने का सामर्थ्य है, तो वे अपना उत्पादन शुरू कर सकते हैं। उन्होंने इन इकाइयों के मालिकों को लाकआउट के दौरान सामाजिक दूरी कायम रखने को यकीनी बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सभी औद्योगिक इकाईयों में कामगारों के लिए साफ़ -सफ़ाई के सभी ऐहतियादी कदम पूरी तरह उठाये जाएँ। इकाईयों को साझी सहूलियतों वाले स्थानों की सफ़ाई और वर्करों के लिए साबुन और खुले पानी के पुख्ता प्रबंध करना चाहिए। हाथ धोने के लिये साबुन तथा सैनीटाईजऱ भी उपलब्ध होने चाहिए।
देश भर में लाखों की संख्या में प्रवासी मज़दूरों के पयालन करने की रिपोर्टों के मद्देनजऱ ये हिदायतें जारी की गई है । बड़ी संख्या में पंजाब ,हरियाणा ,दिल्ली समेत कुछ राज्यों की सीमाओं पर इन मज़दूरों के जुटने से कोरोना संक्रमण की आशंका पैदा हो गयी है। केन्द्र के निदेर्श पर इन मजदूरों का पलायन रोकने तथा उनके रहने तथा भोजन की व्यवस्था राज्यों को करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फ़ैसला उद्योग /भट्टा मालिकों और कोविड -19 लॉकडाऊन के कारण अपना रोजग़ार और मकान गवा चुके मज़दूरों दोनों के लिए लाभकारी होगा। मुख्यमंत्री के निदेर्शों की पालना करते हुये पंजाब के श्रम विभाग ने निजी अदारों के मालिकों जिसमें उद्योग, फ़ैक्टरियाँ, दुकानों और व्यापारिक अदारे आदि शामिल हैं, को अपने कर्मचारियों /कामगारों, खासकर आम और ठेकेदारी कामगारों को नौकरी से न हटाएं और उनके वेतन में कटौती न करने की एडवाइजरी भी जारी की है।
भारत में कोरोना के कहर की बात करें तो इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर रविवार को 1000 के पार पहुंच गई और इस वायरस से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 29 हो गया। इसी बीच, केंद्र सरकार ने प्रवासी श्रमिकों द्वारा कोरोना वायरस के सामुदायिक संचरण को रोकने के लिए देशभर में राज्य और जिलों की सीमाओं को सील करने का आदेश दिया और पहले ही सीमाएं पार कर चुके लोगों को 14 दिन पृथक रहने को कहा। भारतीय सेना के एक डॉक्टर और एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) के रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। कर्नल रैंक के डॉक्टर कोलकाता में कमान अस्पताल में सेवा दे रहे हैं, जबकि जेसीओ देहरादून में सेना के एक बेस में तैनात हैं।