नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार शाम 05:05 बजे एम्स में निधन हो गया। उनके निधन की खबर तेजी से भारत समेत दुनिया भर में फैल गई। पूरे हिंदुस्तान में शोक की लहर दौड़ पड़ी। केंद्र सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया।
इमरान खान ने जताया शोक
अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर अमेरिका, बांग्लादेश, और पाकिस्तान चीन ने दुख जताया है। पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी उनके निधन पर शोक जाहिर किया है। इमरान खान ने कहा, ‘अटल बिहारी वाजपेयी महाद्वीप में बड़ी राजनीतिक शख्सियत थे। भारत-पाक रिश्तों को बेहतर करने की उनकी कोशिशों को हमेशा याद रखा जाएगा। विदेश मंत्री रहते हुए वाजपेयी ने दोनों देशों को संबंधों को सुधारने की जिम्मेदारी उठाई थी।’
चीनी राजदूत ने ट्वीट कर जताया शोक
भारत में चीन के राजदूत लुयो झाओहुई ने ट्वीट किया, ‘सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से गहरा दुख पहुंचा है. चीन और भारत के संबंधों को मजबूत करने में उनके अहम योगदान को हम कभी नहीं भूलेंगे।’ चीनी राजदूत ने कहा, ‘वाजपेयी ने चीन के तीन पीढ़ियों के नेताओं से मुलाकात की। साल 2003 में प्रधानमंत्री के रूप में अपनी चीन यात्रा के दौरान वाजपेयी ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए मेकैनिज्म बनाने का प्रस्ताव दिया था. साथ ही इंडियन स्टाइल के एक बौद्ध टेंपल को चीन के लुओयांग सिटी में दान किया था।’
Deeply saddened by the passing away of the Honorable Atal Bihari
Vajpayee. We will never forget his great contribution to China India relations. pic.twitter.com/1XNA7yXKqD— Luo Zhaohui (@China_Amb_India) August 16, 2018
अमेरिकी दूतावास ने जताया शोक
वाजपेयी के निधन पर अमेरिका और बांग्लादेश ने भी गहरा दुख जताया है। भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने शासनकाल में अमेरिका के साथ मजबूत भागीदारी की हिमायत की। उन्होंने अमेरिका को स्वाभाविक सहयोगी बताया था. पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के परिजनों और भारत के नागरिकों के प्रति अमेरिकी मिशन अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।
बांग्लादेश ने भी जताया गहरा शोक
अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर बांग्लादेश ने भी गहरा शोक जताया है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि भारत के सबसे मशहूर पुत्रों में से एक अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा दुख है। उनको सुशासन, क्षेत्रीय शांति और समृद्धि के लिए योगदान देने के लिए याद रखा जाएगा।
by ankit tripathi