नई दिल्ली। इन दिनों देश में बिहार सहित कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टीयां मैदान में उतर चुकी है और अपनी क्रिया-प्रतिक्रिया दें रही हैं। इसी बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा के मौके पर नागपुर में एक कार्यक्रम किया था। जिसमें मात्र 50 स्वंयसेवक ही कार्यक्रम में सम्मलित हुए थे। तथा अन्य सभी स्वंयसेवक आॅनलाइन जुड़े थे। इस मौके पर उन्होंने सीएए और धारा 370 को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में आयोजित कार्यक्रम में धारा 370, सीएए को लेकर कहा था कि इससे देश के मुस्लिमों को कोई खतरा नहीं है। यह सिर्फ बाहरी देश के प्रताड़ित हिंदुओं, सिखों और गैर मुस्लिमों को देश में जगह देना है। क्योंकि उन्हें उनके देश में प्रताड़ित किया जाता है। जिसके बाद वे भारत में आ जाते है। इस कानून का मतलब उनहें जल्द से जल्द देश में जगह देना है। इसी बीच ओवैसी ने मोहन भागवत पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि हम कोई बच्चे नहीं है कि हमें गुमराह कर दे। बीजेपी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा कि सीएए और एनआरसी एक साथ करना क्या था। अगर यह मुस्लिमों के बारे में नहीं है तो कानून में धर्म से जुड़ी सभी चीजों को हटा दें। इसके आगे ओवैसी ने लिखा कि ये बात जान लें कि जब तक कोई ीाी ऐसा कानून रहेगा। जिसमें हमें अपनी भारतीयता साबित करने की बात होगी। तब तक हम इसका बार-बार विरोध करते रहेंगे।