राष्ट्रीय परशुराम परिषद के द्वारा एक भव्य राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ सहारा स्टेट स्थित ने किया गया। कार्यक्रम के आयोजन विशाल सक्सेना ने स्वागत भाषण में अपने विचार रखते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि बुद्धिजीवी वर्ग को अपनी नींद से जागना पड़ेगा और समाज में फैली कुरीतियों को भगाना पड़ेगा। मुख्य अतिथि डॉ दिनेश शर्मा उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा समग्रता के समागम से ही राष्ट्र निर्माण का सुनिश्चित किया जा सकता है। वर्तमान सरकार किसी व्यक्ति विशेष जाति विशेष नहीं बल्कि जनहित के कार्यक्रमों को प्राथमिकता दे रही है।
विशिष्ट अतिथि और मुख्य संरक्षक महामंडलेश्वर महाराज परम कैलाश ने कहा वर्तमान समाज एवं अपने माता पिता का सम्मान करें तो इससे बड़ा धर्म कोई नहीं हो सकता माता पिता और गुरु में ही भगवान बसता है। आज बुद्धिजीवी वर्ग को वैचारिक मंथन करते हुए इस परिषद में अपनी भूमिका का वर्णन करना चाहिए। विशेष अतिथि सुनील बराला राष्ट्रीय परिषद ने युवा वर्ग से आवाहन किया की एकता का परिचय देते हुए आपसी भाईचारे को बढ़ाते हुए देश की प्रगति में अपना योगदान सुनिश्चित करें और निर्भीक होकर अपने विचारों का आदान प्रदान करें।
बराला ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति हो और ब्रह्मण समाज को गाली और अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया तो उसको मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। आज वर्तमान में वीडियो पर देखता हूं जो पूरे ब्राह्मण समाज को गाली से संबोधित करते हैं वह कान खोलकर सुन ले ब्रह्मांण ही नहीं किसी भी समाज के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अगर किसी ने किया उसका वह हर्श होगा जो वो सोच भी नहीं सकता संयोजक डॉ राकेश पाठक ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि इस प्रकार की संगोष्ठी का निरंतर आयोजन होते रहना चाहिए।
जिससे कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर आकर अपने विचारों का आदान प्रदान करने का अवसर मिलता है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सुनील श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का अभिनंदन करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया और कहा कि प्रबुद्ध वर्ग को आगे आकर जनचेतना के लिए अपनी भूमिका का पूर्ण रूप से निर्वाहन करना चाहिए तभी समाज में विषयों पर विजय प्राप्त की जा सकती है।