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समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर चढ़ा पानी, ट्रेनों का परिचालन बंद

बिहार समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर चढ़ा पानी, ट्रेनों का परिचालन बंद

बिहार के 16 जिलों में बाढ़ के कारण जीवन अस्त-व्यस्त होता जा रहा है। लोगों के लिए बाढ़ के कारण दिन प्रतिदिन मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं। चारों ओर पानी के कारण यातायात पूरी तरीके से प्रभावित हैं। बिहार के समस्तीपुर मंडल के समस्तीपुर – दरभंगा रेलवे खंड के मध्य हायाघाट और थलवारा स्टेशन के बीच एक रेलवे पुल पर बाढ़ का पानी आ जाने के कारण लगातार तीसरे दिन गुरुवार को ट्रेनों का संचालन बंद रहा।

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने ये कहा 

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने गुरुवार को बताया कि समस्तीपुर – दरभंगा रेलवे खंड के मध्य हायाघाट एवं थलवारा स्टेशन के बीच रेल पुल संख्या 16 पर बढ़ते जलस्तर को देखते हुए यात्री सुरक्षा के तहत गुरुवार से लेकर शनिवार तक ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया है।

ये ट्रेन हुई रद्द

यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर शुक्रवार को जयनगर-पटना स्पेशल ट्रेन, पटना-जयनगर ट्रेन, जयनगर-भागलपुर, समस्तीपुर-दरभंगा, दरभंगा-समस्तीपुर, समस्तीपुर-जयनगर स्पेशल ट्रेन का परिचालन रद्द कर दिया गया है। इसी के साथ ही जयनगर-समस्तीपुर स्पेशल ट्रेन, मनिहारी-जयनगर, जयनगर-मनिहारी, जयनगर-राजेंद्र नगर टर्मिनल, राजेंद्र नगर टर्मिनल-जयनगर, सहरसा-राजेंद्र नगर टर्मिनल स्पेशल ट्रेन तथा राजेंद्र नगर टर्मिनल-सहरसा स्पेशल ट्रेन का परिचालन शुक्रवार हो नहीं होगा।

गुरुवार को प्रस्थान होने वाली ट्रेनों में हुआ ये बदलाव

राजेश कुमार ने आगे बताया कि गुरुवार को प्रस्थान करने वाली लोकमान्य तिलक टर्मिनस से गुरुवार को प्रस्थान करने वाली 01061 लोकमान्य तिलक टर्मिनल-जयनगर स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर तक, 03185 सियालदह-जयनगर स्पेशल ट्रेन का बरौनी तक आएगी जबकि अमृतसर से इसी दिन प्रस्थान करने वाली 04674 अमृतसर-जयनगर स्पेशल ट्रेन का समापन समस्तीपुर में तथा राउरकेला से प्रस्थान करने वाली 08605 राउरकेला-जयनगर स्पेशल ट्रेन का आंशिक समापन बरौनी में किया जाएगा।

बिहार में बाढ़ की स्थिति

बिहार में बाढ़ से लोगों की स्थिति बेहद दयनीय है राज्य के 16 जिले के 489 पंचायतों की 29 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ से प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की 17 और एसडीआरएफ की 12 टीम काम कर रही है। बाढ़ के कारण राज्य में अब तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है।

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