अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत में भी कई लोग तालिबान के जयकारे लगाते नजर आ रहे हैं। तो वहीं हाल ही में तालिबान का जम्मू-कश्मीर को लेकर बयान भी सामने आया था। जिसके बाद अब भारत सरकार ने सभी केंद्रीय मंत्रियों को जम्मू कश्मीर के दौरे पर भेजने का फैसला किया है।
जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाएंगे 70 केंद्रीय मंत्री!
अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हो चुके तालिबान ने कश्मीर को लेकर अनर्गल बयानबाजी की थी। दुनियाभर में धार्मिक कट्टरता और आतंक के लिए कुख्यात तालिबान को अब कश्मीर की चिंता सता रही है। तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का अधिकार उसे है। भारत सरकार भी जम्मू कश्मीर में अब एक बड़ा दौरा करने जा रही है। केंद्र सरकार के करीब 70 मंत्री जम्मू कश्मीर के दौरे पर रहेंगे। ये दौरा ऐसे समय में होने जा रहा है जब तालिबान ने ‘कश्मीर के मुसलमानों की आवाज’ उठाएगा।’ वाला बयान दिया है।
70 केंद्रीय मंत्री सितंबर 10 से जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे। सभी को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्पष्ट संदेश दिया जा चुका है कि उन्हें दूर-दराज वाले इलाकों में जाना है। वहां की जनता से सीधा संपर्क साधना है। उनकी परेशानियों को समझाना और सुलझाना है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में केंद्र के विकास कार्य कितने पूरे हो रहे हैं, इसकी भी समीक्षा होनी है।
केंद्रीय मंत्रियों की अलग-अलग टीमें जम्मू कश्मीर के दौरे पर जाएंगी। ये टीमें जनता से बात करेंगी, अपनी सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी देंगी और उनका मन भांपने की कोशिश करेंगी। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद, पाकिस्तानी आतंकी संगठनों को मजबूती मिलने की आशंकाओं के बीच यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है।
भारत के लिए पाकिस्तान के साथ-साथ अब अफगानिस्तान से भी जम्मू और कश्मीर में अस्थिरता का खतरा बढ़ गया है। तालिबान के जम्मू कश्मीर पर बयान के बाद कई मीडिया रिपोर्ट ने खतरा जताया है कि तालिबान के साथ मिलकर पाकिस्तान आतंकी कश्मी में तबाही मचा सकते हैं। ऐसे वक्त में भारत सरकार किसी तरह के कोताही बरतने को तैयार नहीं है।
आपको बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद केंद्र सरकार की वहां की जनता से सीधे मिलने की यह दूसरी कवायद होगी। पिछले साल 18-24 जनवरी के बीच 36 केंद्रीय मंत्रियों ने जम्मू और कश्मीर का दौरा किया था। खबर है कि 10 सितंबर से केंद्रीय मंत्रियों के दौरे शुरू होंगे। जनता से मुलाकात के अलावा मंत्री प्रशासन और पंचायती राज संस्थाओं के लोगों से भी मिलेंगे। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कुल 78 मंत्री हैं और उनमें से 70 के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की बात सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि हफ्ते 8 मंत्री जम्मू और कश्मीर जाएंगे। चार जम्मू में और चार कश्मीर में। वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री भी इसका हिस्सा होंगे। जिस मंत्री के पास जो भी मंत्रालय है, वह अपने मंत्रालय से जुड़ी बातों को नोट करेगा और वापस लौटकर गृह मंत्रालय (MHA) और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को रिपोर्ट सौंपेगा। बता दें कि इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी जम्मू कश्मीर का दौरा कर चुके हैं। इसके अलावा संसद की 13 स्टैंडिंग समितियां भी जम्मू और कश्मीर और लद्दाख का दौरा कर आई हैं। इन समिति यों में 300 से ज्यादा सांसद हैं। करीब छह समितियों का दौरा अगले कुछ दिनों में प्रस्तावित है।