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भारत में कोरोना की दो और वैक्सीन को मंजूरी, एंटी कोरोना दवा के इस्तेमाल को भी हरी झंडी

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भारत में कोरोना के खिलाफ लगातार जंग जारी है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। इसी बीच भारत में लंबे समय से अटकी पड़ी कोरोना वैक्सीन कोवोवैक्स और कोर्बेवैक्स को आपात स्थिति के लिए मंजूरी मिल गई है।

corona vaccine भारत में कोरोना की दो और वैक्सीन को मंजूरी, एंटी कोरोना दवा के इस्तेमाल को भी हरी झंडी

भारत में कोरोना की दो और वैक्सीन को मंजूरी

भारत में कोरोना के खिलाफ लगातार जंग जारी है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। इसी बीच भारत में लंबे समय से अटकी पड़ी कोरोना वैक्सीन कोवोवैक्स और कोर्बेवैक्स को आपात स्थिति के लिए मंजूरी मिल गई है। कहा जा रहा है कि हो सकता है कि इस नई वैक्सीन का इस्तेमाल बूस्टर डोज के तौर पर किया जाए। वहीं 2 वैक्सीन के साथ साथ एक पिल को भी मंजूरी दी गई है। ऐसे में भारत को कोविड-19 को हराने की इस लड़ाई के बीच तीन अहम हथियार मिले हैं।

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट दी जानकारी

भारत के ड्रग रेगुलेटर के अंतर्गत आने वाली सबजेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) ने सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया की एक वैक्सीन (कोवोवैक्स), बायोलॉजिकल ई की वैक्सीन (कोरबेवैक्स) और कोविड-19 के खिलाफ लड़ने वाली एंटी-वायरल पिल Molnupiravir के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि कॉर्बेवैक्स वैक्सीन भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। इसे हैदराबाद स्थित फर्म बायोलॉजिकल-ई में बनाया गया है। यह भारत में विकसित हुआ तीसरा टीका है। वहीं, कोवोवैक्स का निर्माण पुणे स्थित फर्म सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जाएगा।

डीसीजीआई को भेजी गई इस्तेमाल करने संबंधी सिफारिश

इन तीनों हथियारों को इमरजेंसी के वक्त इस्तेमाल करने संबंधी एक सिफारिश ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया यानी डीसीजीआई को भेज दी गई है। इसपर डीसीजीआई जल्द ही कोई अहम फैसला ले सकता है। बता दें कि इससे पहले देश में रूस की स्पुतनिक वी और अमेरिका की फाइजर कंपनी द्वारा बनाई गई कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है। वहीं कोवोवैक्स यूएस ड्रग मैन्यूफैक्चरर नोवावैक्स का भारतीय स्वरूप है। यह एक नॉनपार्टिकल प्रोटीन पर आधारित कोविड-19 वैक्सीन है। फिलिपिंस में नोवावैक्स और सीरम इंस्टीच्यूट को पहले ही इसके आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है।

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