वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के एक बड़े फैसले को बदल दिया है। ट्रंप ने ओबामा प्रशासन द्वारा गुआंतानाओ की सैन्य जेल को बंद किए जाने वाले फैसले को नकारते हुए उसे खुला रखने का आदेश दिया है। दरअसल पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा इस जेल को बंद करना चाहते थे, जिसके तहत उन्होंने साल 2009 में इस जेल को एक साल के अंदर बंद करने का आदेश दिया था। लेकिन खुंखार कैदियों से भरी इस जेल से निकालकर उन कैदियों को बाकी की जेल में रखने के लिए संसद ने मंजूरी नहीं दी थी और अब आठ साल का समय बीत जाने के बाद ट्रंप प्रशासन ने ओबामा प्रशासन के फैसलों को ही दरकिनार करते हुए उस पर रोक लगा दी।
इस फैसले को लेकर ट्रंप ने संसद में अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने इस आदेश पर हस्ताक्षर कर रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस को अपनी सैन्य बंदी नीति की समीक्षा करने और गुआंतानामो जेल को खुला रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मैं संसद से ये सुनिश्चित करने के लिए आग्रह कर रहा हूं कि आइएस और अलकायदा के खिलाफ हमारी लड़ाई में कही भी आतंकियों को पकड़ने के लिए हमारी शक्तियां कायम रखी जाएं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर अमेरिका अतिरिक्त बंदियों को गुआंतानामो स्थित अमेरिकी सैन्य बेस में रख सकता है। अपने आदेश में ट्रंप ने कहा है कि गुआंतानामो जेल वैध, सुरक्षित और अमेरिकी व अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत है। क्यूबा स्थित इस बंदीगृह का उपयोग सितंबर, 2001 में अमेरिका पर आतंकी हमले के बाद से किया जा रहा है। कभी इस जेल में 700 से ज्यादा कैदी थे। फिलहाल इस जेल में केवल 41 कैदी ही रह गए हैं।