गुरु पूर्णिमा के चलते वृंदावन में गुरुओं के द्वार सज चुके है। मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। आश्रमों में धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो गए हैं।
कोरोना के बीच गुरू पूर्णिमा
एक तरफ जहां कोरोना का डर लोगों को सता रहा है तो वहीं दूसरी तरफ तीर्थनगरी वृंदावन में गुरुओं के द्वार सजने लगे हैं। मंदिरों में भीड़ अभी से आने लगी है। आश्रमों में धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। सबसे अधिक श्रीमद्भागवत पाठ हो रही है। वहीं श्री बांकेबिहारी मंदिर में भी ठाकुरजी के दर्शन के लिए भीड़ उमड़ रही है।
एक से डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं का होता है आगमन
भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में गुरु पूर्णिमा पर एक से डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं का आगमन होता है। इसमें एक करोड़ श्रद्धालु गोवर्धन की परिक्रमा के लिए ही आते थे, लेकिन यह परिक्रमा प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित कर दिए जाने के कारण श्रद्धालुओं का रुख वृंदावन की ओर होने लगा है। लोग गुरु पूर्णिमा से एक सप्ताह पहले ही वृंदावन आने लगे हैं। अनेक आश्रमों में श्रीमद्भागवत सहित विभिन्न धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं।
भीड़ को रोकने का प्रयास जारी
वृंदावन में भीड़ की संभावना को देखते हुए फिलहाल धर्मगुरु, संत-महात्माओं की मदद ली जा रही है। उनके माध्यम से शिष्यों को कोविड के मद्देनजर आश्रम न आने की अपील कराई जा रही है। इसके अलावा भी कुछ अन्य विकल्पों पर विचार चल रहा है, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
ये रास्ते रहेंगे बंद
छटीकरा-वृंदावन मार्ग पर मल्टीलेबिल पार्किंग स्थल से आगे कोई वाहन नहीं जा सकेगा। मथुरा-वृदांवन मार्ग पर सौ शैया से आगे सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। यमुना एक्सप्रेसवे से वृंदावन आने वाले वाहन दारुख पार्किंग से आगे प्रतिबंधित रहेंगे। यमुना एक्सप्रेसवे आने वाले वाहन यहां पार्क होंगे । मंडी पार्किंग, दारुक पार्किंग, टीएफसी मैदान पार्किंग, इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टैंड पार्किंग।