मुजफ्फरगर। यूपी में मुजफ्फरनगर के खतौली में हुआ ट्रेन हादसे ने अब एक नया मोड ले लिया है। जहां इस हादसे पर कई सारे गंभीर सवाल खड़े किए जा रहे थे तो दूसरी तरफ केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड अध्यक्ष को रविवार शाम तक इसकी जबावदेही तय करने के निर्देश दिए हैं। रेलवे मंत्रालय को निर्देश दिए गए हैं कि वह सबूतों के आधार पर इसकी जबावदेही तय करें।
हादसा होने के बाद केंद्रीय रेल मंत्री इस पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा है कि पटरियों की मरम्मत करना उनका पहला काम है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ट्रैक पर से सात डिब्बों को हटाया गया है और हादसे में घायल लोगों के लिए अच्छी चिकित्सा सेवा उपलब्थ कराई जा रही है। ट्वीट कर उन्होंने कहा है कि वह हादसे में पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि शनिवार शाम को यह ट्रेन हादसा हुआ है इसमें 14 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। 24 लोगों की इस हादसे में जान चली गई है और 150 से ज्यादा लोग इस में घायल हो गए हैं। हादसा इतना भयानक है कि ट्रेन के डिब्बे एक के ऊपर एक चढ़ गए हैं। यहां तक की ट्रेन के डिब्बे लोगों के घर के बाहर तक गिर गए हैं।
Restoration is top priority.7 coaches tackled. Also ensuring best possible medical care for the injured. Monitoring situation closely.
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) August 20, 2017
कहा जा रहा है कि ट्रेन 100 किमी से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ रही थी, कारणवश ट्रैक पर से ट्रेन उतर गई। लेकिन अब देखने वाली बात यह एक हादसा है या फिर किसी की साजिश, ऐसा इसलिए है क्योंकि जांच के दौरान लापरवाही की बात भी सामने आई है। हादसा होने के बाद जब इसकी जांच की गई तो पता चला, घटनास्थल के पास पटरियां कटी तथा वहां हथौड़े व अन्य औजार रखे हुए हैं। लेकिन इस बीच यह बात सामने आई कि खतौली में ट्रैक मरम्मत का काम चल रहा है। अब सवाल उठला लाजमी है कि जब ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा था तो ट्रेन को इस ट्रैक पर क्यों आने दिया ? जब सारी चीजें सामने थी तो ट्रेन इस ही ट्रैक से क्यों जा रही थी ? ऐसे ही कई सवालों ने इस मामले को और भी ज्यादा पेचीदा बना दिया है।