नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sbaha Elections 2019) के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने बसपा के लिए सात सीटें खाली छोड़ दी हैं। इसको लेकर मायावती (Mayawati) ने कांग्रेस पर सोमवार को ट्वीट कर निशाना साधा है। मायावती ने ट्वीट कि कि कांग्रेस जबरदस्ती यूपी में सात सीटें छोड़ने की भ्रांति न फैलाए।
‘बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आए दिन फैलाए जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आएं।’
– बसपा प्रमुख, मायावती
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस यूपी में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहां की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करके अकेले चुनाव लड़े अर्थात हमारा यहां बना गठबंधन अकेले बीजेपी को पराजित करने में पूरी तरह से सक्षम है। कांग्रेस जबरदस्ती यूपी में गठबंधन हेतु 7 सीटें छोड़ने की भ्रांति न फैलाए।
कांग्रेस ने सपा-बसपा गठबंधन के लिए यूपी में सात सीटें छोड़ने का ऐलान करते हुए अपने उम्मीदवार न खड़ा करने का फैसला लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने साफ कर दिया कि मायावती, मुलायम-अखिलेश परिवार और रालोद के जयंत की धन्यवाद सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतारेंगे। कांग्रेस जन अधिकार पार्टी को भी सात सीटें दे रही है और अपना दल कृष्णा पटेल को भी दो सीटों का ऑफर दिया है। इस तरह कांग्रेस सहयोगियों के साथ 73 सीटों पर मैदान में होगी। कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता में राज बब्बर ने कहा कि हम सपा-बसपा गठबंधन के लिए सात सीटें उनके सम्मान में छोड़ रहे हैं। मैनपुरी, कन्नौज, फिरोजाबाद, मायावती की चुनावी सीट, रालोद में जयंत और अजीत सिंह की चुनावी सीट और एक अन्य सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।