मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। और कांग्रेस ने कहा है कि कमलनाथ के इस्तीफे के बाद नेता प्रतिपक्ष पद की जिम्मेदारी डॉक्टर गोविंद सिंह संभालेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह जी को मध्यप्रदेश विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं।
कांग्रेस परिवार आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।
"मंगलकामनाएं" pic.twitter.com/x0hw4Dyw1V
— MP Congress (@INCMP) April 28, 2022
गौरतलब है कि 2018 में मध्यप्रदेश विधानसभा में जीत दर्ज करने के बाद कमलनाथ लगभग 15 महीने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर रहे थे। हालांकि मार्च 2022 में राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई। पार्टी में मौजूद कई विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान की ओर से कमलनाथ को जुलाई 2020 में कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई।
गोविंद सिंह को सौंपी जिम्मेदारी
मध्य प्रदेश कांग्रेस के बीच में काफी समय से कमलनाथ के इस्तीफे को लेकर अटकलें लग रही थी। हालांकि उनके इस्तीफे के पीछे की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। और अभी भी कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं। वही कमलनाथ द्वारा नेता प्रतिपक्ष से इस्तीफा देने के बाद यह जिम्मेदारी विधायक दल के नेता डॉक्टर गोविंद सिंह को सौंपी गई है। जो 7 बार विधायक रह चुके हैं। गोविंद सिंह भिड़े जिले के लहार विधानसभा सीट से विधायक हैं। संगठन के भीतर एवं बाहर काफी लंबे समय से गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग उठ रही थी। आपको बता दें मध्यप्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।