लखनऊः प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज एक कार्यक्रम में कहा कि पृथ्वी पर चिकित्सकों का कार्य ईश्वरीय कार्य से तुलनीय है। वर्तमान में हम सब विश्वस्तर पर फैले कोरोना संक्रमण के कठिन दौर से गुजर रहे हैं और हमारा प्रदेश बड़ी जनसंख्या वाला प्रदेश है। इस दौरान बेहतर काम करने वाले डॉक्टरों की भी स्वास्थ्य मंत्री ने सराहना की।
इतनी बड़ी आबादी को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना चुनौती पूर्ण है। ऐसे में जनता की आशाओं को पूरा करने के लिए हमें उत्तरदयित्वों को और बेहतर ढंग से निभाना होगा। स्वास्थ्य मंत्री आज यहाँ इन्दिरा नगर स्थित स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर कार्यालय के सभागार में प्रोन्नति प्राप्त कर नवनियुक्त 42 मुख्य चिकित्साधिकारियों के प्रशिक्षण सत्र में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य इकाईयों और चिकित्सा सेवाओं के सुचारू संचालन का उत्तरदायित्व CMO का होता है। चिकित्सीय विशेषज्ञता और प्रशासनिक कार्य दो अलग-अलग कार्यक्षेत्र हैं। इसलिए सीएमओ पद पर नियुक्ति पाए चिकित्सकों का प्रशिक्षण आवश्यक है, जिससे वे प्रशासनिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में सफल हो सकें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के दौर में विश्व स्तर पर बेहतर प्रबंधन के लिए डब्ल्यूएचओ ने यूपी की प्रशंसा की है। संक्रमण की आगामी संभावनाओं के दृष्टिगत भी प्रदेश स्तर पर तैयारियाँ की गई हैं। नवनियुक्त चिकित्साधिकारी अपने जनपदों में स्वास्थ्य ईकाइयों पर सुविधाओं तथा पीकू एवं नीकू वार्ड के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित करेंगे। सभी जनपदों में अपेक्षित फंड भेजा जा चुका है।