बिहार में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों से पहले राजनैतिक दल बेहद सक्रिय नजर आ रहे हैं। इस बीच सभी पार्टियों में जोड़ तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। इस बीच सबसे बड़ा झटका लाली की आरेडील पार्टी को लगा है। क्योंकि उनके समधी और पार्टी के पुराने वफादार चंद्रिका राय ने नीतीश की पार्टी जेडीयू का दामन थाम लिया है।
चंद्रिका राय के अलावा दरभंगा विधायक फराज फातमी और पालीगंज विधायक जय वर्धन यादव भी लालटेन छोड़ तीर निशान के झंडे को हाथों में थामेंगे। गुरुवार को दोपहर 2.30 के बाद तीनों आरजेडी एमएलए जेडीयू की सदस्यता लेंगे।इससे पहले आरजेडी ने जिन तीन विधायकों को निलंबित किया था, उनमें से दो विधायक प्रेमा चौधरी और महेश्वर यादव ने जेडीयू ज्वाइन कर लिया है। इसके अलावा सासाराम के आरजेडी विधायक डॉ अशोक कुमार ने भी लालटेन का साथ छोड़ तीर निशान को अपना लिया है।
चंद्रिका राय लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के ससुर हैं। बीते दिनों तेज प्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए थे जिसके बाद चंद्रिका राय ने आरजेडी छोड़ दी।चंद्रिका राय छपरा के परसा विधानसभा सीट से विधायक हैं और उन्होंने फरवरी में ही आरजेडी छोड़ दी थी।हालांकि चंद्रिका राय के जेडीयू में शामिल होने की अटकलें काफी दिनों से चल रही थी मगर वह गुरुवार को आधिकारिक रूप से जेडीयू में शामिल होंगे।
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चंद्रिका राय के जेडीयू में शामिल होने से लालू को बड़ा झटका लगा है। इसके साथ ही आरजेडी के सामने अब अपनों से लड़ने की चुनौती सामने आ गई है।