लखनऊ। मुजफ्फरनगर में शुरू हो रही किसान महापंचायत को राजनीतिक रंग से दूर रखने के लिए किसानों ने राजनैतिक दलों से किनारा कर लिया है। किसानों ने सभी दलों से आह्वान करते हुए कहा है कि आप अगर आते हैं तो स्वागत है लेकिन मंच को हम राजनीति से दूर रखेंगे। यहां किसी भी दल का झंडा स्वीकार नहीं होगा।
गौरतलब है कि किसानों के इस आंदोलन को सभी विरोधी दलों ने अपना समर्थन दिया है। पश्चिमी यूपी में तो राष्ट्रीय लोकदल लगातार किसानों के आंदोलन में शामिल होती रही है। इस आंदोलन का राजनीतिकरण ना हो इसका भी ख्याल रखा जा रहा है। किसानों का दावा है कि इसमें लाखों की संख्या में किसान शामिल होंगे। ये सभी किसान किसी दल के नहीं बल्कि आंदोलन से प्रभावित होकर इसका हिस्सा बन रहे हैं।
किसानों का साफ कहना है कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं ले लिए जाते हैं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के प्रति किसानों की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। किसानों के इस आंदोलन को राजनीतिक दलों के अलावा सामाजिक संगठनों, छात्रों व युवाओं के एक बड़े धड़े ने भी समर्थन दिया है। लेकिन, किसानों का साफ कहना है कि स्वागत सबका है लेकिन राजनीति नहीं होनी चाहिए।