बिहार। लालू प्रसाद यादव और उनकी पुत्री मीसा भारती के साथ पुत्र तेजस्वी यादव की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। पहले ही आयकर विभाग ने मीसा भारती को नोटिस जारी कर हाजिर होने को कहा था । लेकिन लगातार नोटिस की अवमानना करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय की ओर इस मामले में कार्रवाई की गई है। इस मामले में पहले कोर्ट ने मीसा भारती की सम्पत्ति जब्त करने का आदेश दिया था। लेकिन अब इस की आंच लालू के बेटे और बिहार सरकार में मंत्री तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर भी आ गई है।
इसके पहले बेनामी संपत्ति के जांच के क्रम में आयकर विभाग ने बीते 24 मई को मीसा और उनके पति को समन भेजकर बुलाया था। 6 व 7 जून की तारीख को दोनों हाजिर नहीं हुए। इसके बाद उनके नहीं पहुंचने पर आयकर ने दोनों को 10-10 हजार के जुर्माने के साथ 6 दिनों की मोहलत देते हुए नोटिस भेजा और फिर 12 जून को मीसा भारती को और 13 जून को शैलेश को फिर पेश होने को कहा दोनों फिर नहीं गए। जिसके बाद कोर्ट में हाजिर न होने के वजह से कोर्ट ने मिसा भारती के प्रापर्टी को जब्त करने का फैसला किया है यह फैसला 19 तारीख को कोर्ट ने सुनाया।
आयकर विभाग ने लालू यादव के बच्चों से जुड़ी हुई सभी संपत्ति को जब्त करने का फैसला लिया है। इसके बाद आयकर विभाग ने लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और बेटा तेजस्वी यादव के खिलाफ बेनामी संपत्ति के मामले पर केस दर्ज कर लिया है। आयकर विभाग के अनुसार लालू यादव की बड़ी बेटी मिसा भारती राज्य सभा सांसद को आयकर विभाग ने जुलाई के पहले हप्ते में तलब भी किया है । जिसमे आयकर विभाग के दफ्तर में जाकर बेनामी संपत्ती पर लेन-देन का स्पष्टीकरण देना पड़ेगा ।
इसके पहले भी आयकर विभाग ने लालू प्रसाद यादव के बच्चों की 50 करोंड़ की संपत्ती को जब्त की थी। आपको बता दें कि बेनामी एक्ट के तहत विभाग को 90 दिनों के अन्दर स्पष्टीकरण देना होता है अगर संबंधित पक्ष विफल रहता है तो उसके संपत्ती को कुर्क या जब्त कर लिया जायेगा। बेनीमी संपत्ति के आरोपों के घेरे में लालू के दोनों बेटे-उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, स्वास्थय मंत्री तेजप्रताप यादव तथा दामाद शैलेश कुमार भी हैं। इसके साथ ही अब तेजस्वी के ऊपर इस सम्बन्ध आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज किया है।