दिल्ली सरकार ने अपनी मंत्री विभाग में एक बड़ा फेरबदल किया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के राजस्व विभाग और को ऑपरेटिव सोसाइटीज के जरिस्ट्रार का प्रभार को फिर से वापस ले लिया है। जिसके बाद अब उन्हें पर्यटन मंत्रालय सौंपा गया है। यह विभाग पहले जलमंत्री राजेंद्र गौतम के हाथों में था। केजरीवाल ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को राजस्व विभाग और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के काम काज से मुक्त कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीएम केजरीवाल को उनका कार्यभाल कम करने के लिए कहा था। मई महीने में गहलोत और गौतम दिल्ली सरकार की कैबिनेट का हिस्सा बने थे। जानकारी है कि ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत को राजस्व विभाग और राजेंद्र गौतम को सहकारी समितियों का कार्यभाल सौंपा गया है। दिल्ली सरकार ने ग्रामीण दिल्ली का विकास करने के लिए कई सारी योजनाएं बनाई हैं।
दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी ने केजरीवाल के इस कदम पर सवाल उठाने शुरू भी कर दिए हैं। विपक्षी नेता विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि सीएम ने दिल्ली से प्रति अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि सीएम अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पहले पहले एसे सीएम हैं जिनके पास कोई मंत्रालय अथवा विभाग नहीं है। उन्होंने कहा है कि सीएम केजरीवाल को ऐसा गौरव प्राप्त है जिनका ध्यान राज्य के विकास पर नहीं है बलकि उनका ध्यान अपनी पार्टी का अन्य राज्यों में विस्तार की तरफ है।