क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले भारतीय तेज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को कौन नहीं जानता है। सचिन अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए दुनियाभर में जानें जाते हैं। सचिन की जिस काबिलियत की दुनिया दीवानी है। अब सचिन की उसी काबिलियत पर सवाल उठ गये हैं। और ये सवाल किसी और ने नहीं बल्कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने उठाये हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने सचिन तेंदुलकर के टेस्ट में ज्यादा दोहरे शतक न लगा पाने पर सवाल उठाए हैं। कपिल ने कहा कि सचिन शतक बनाना तो जानते थे, लेकिन वह उसे दोहरे और तिहरे शतक में बदलने की कला में बहुत माहिर नहीं थे। उन्होंने मौजूदा महिला क्रिकेट टीम के हेड कोच डब्ल्यू वी रमन से इंटरव्यू में यह बातें कहीं।सचिन ने वीरेंद्र सहवाग, जावेद मियांदाद, रिकी पोंटिंग, युनूस खान और मर्वन अट्टापट्टू की तरह टेस्ट में 6 दोहरे शतक लगाए हैं। लेकिन फिर भी वे टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में 12 वें नंबर पर हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने सबसे ज्यादा 200 टेस्ट खेलकर इतने दोहरे शतक लगाए हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमेन 12 दोहरे शतक के साथ पहले नंबर पर हैं। कपिल ने पूर्व भारतीय कप्तान की बल्लेबाजी के इसी पहलू को उठाया है।
कपिल ने सचिन के टेस्ट में कम संख्या में दोहरे शतक लगाने के लिए उनके शुरुआती क्रिकेट करियर को जिम्मेदार ठहराया। कपिल ने कहा कि सचिन मुंबई से हैं। इसलिए उनकी मानसिकता थी कि जब आप शतक बनाते हैं, तो फिर से नई शुरुआत करते हैं। लेकिन मुझे यह तरीका पसंद नहीं। मैंने कहा था कि आप शानदार बल्लेबाज हैं, आपसे गेंदबाजों को डरना चाहिए। लेकिन शतक बनाने के बाद वे तेजी से खेलने की बजाय सिंगल्स लेते थे।
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कपिल देव के इस बयान पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसके साथ ही लोगों के बीच एक अलग सी बहस छि़ गई है।