नई दिल्ली। 2019 में होने वाले आम चुनावों में बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। ये बैठक राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के घर पर होगी। शुक्रवार सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली इस बैठक में सभी विपक्षी दलों के कोर ग्रुप के नेता शामिल होंगे। मिली जानकारी के मुताबिक ये बैठक वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में चल रहे उठा-पटक को लेकर बुलाई गई है।
गौरतलब है कि जज लोया की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस की काफी किरकरी हो गई है, जिसको लेकर कांग्रेस ने ये बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में कांग्रेस विपक्ष के सभी पार्टियों के नेताओं के साथ सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को लेकर चर्चा कर सकती है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में SIT जांच की याचिका को खारिज कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि इस मामले में कई सवाल अभी भी अनसुलझे हैं।
लोया मामले में सुप्रीम कोर्ट का बयान
जज लोया मामले में कोर्ट ने कहा है कि मामले का कोई आधार नहीं है इसलिए इसमें जांच नहीं होगी। तीन जजों की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा कि चार जजों के बयान पर संदेह का कोई कारण नहीं है। उन पर संदेह करना कोर्ट पर संदेह करने जैसा होगा। शीर्ष कोर्ट ने कहा कि इस मामले के लिए न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जिन वकीलों ने ये याचिका डाली है, उन्होंने इसके जरिए न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश की है। ये अदालत की आपराधिक अवमानना करने जैसा है।
हालांकि, इस फैसले के आने के बाद कांग्रेस ने कहा कि जज लोया की मौत के बाद दो और साथियों की भी मौत हुई थी। इस मामले में कई तरह के आरोप सामने आए हैं। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही कांग्रेस ने 10 सवाल भी उठाए। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि लोया मामले के फैसले का निष्पक्ष विश्लेषण पूर्ण तार्किक आधार पर पहुंचना चाहिए, लेकिन जब तक इसका तर्कपूर्ण निष्कर्ष नहीं निकलता, यह और सवाल खड़े करेगा और कई अनुत्तरित रहेंगे।