बेंगलुरू। जैसे-जैसे कर्नाटक विधानसभा का चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक बयानबजी भी जोर पकड़ती हुई नजर आ रही है। बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यरोप लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। इन दोनों दलों के नेता कर्नाटक के दिल में उतरने के लिए अपना पूरा जोर लगाए हुए हैं। इसी कड़ी में बीजेपी विधायक ने राजनीति से प्रेरित बयान दिया है,जोकि सीधे तौर पर एक विवाद को जन्म दे रहा है।
बीजेपी विधायक संजय पाटिल का कहना है कि कर्नाटक का चुनाव कांग्रेस और बीजेपी के बीच में नहीं बल्कि हिंदू और मुसलमान के बीच की लड़ाई है। उन्होंने अयोध्या के विवादित राम मंदिर के मुद्दे को भी उठाया। बीजेपी विधायक ने कहा कि कांग्रेस वो पार्टी है जो बाबरी मस्जिद बनाना चाहती है और टीपू जयंती मनाती है। उन्होंने कहा कि मैं अपने दिल से कहता हूं कि भारत हिंदू देश है जहां राम का जन्म हुआ। अयोध्या में राम मंदिर बनाया जाना चाहिए और इसके लिए हम सब तैयार हैं।
पाटिल ने कहा कि जो लोग बाबरी मस्जिद का निर्माण चाहते हैं और टीपू जयंती मनाते हैं उन्हें कांग्रेस को वोट देना चाहिए। जो लोग राम मंदिर निर्माण चाहते हैं और शिवाजी महाराज की जीत चाहते हैं वो बीजेपी को वोट दे। वहीं दूसरी तरफ पाटिल के बयान का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस ने पाटिल के बयान पर तीखी टिप्पणी की है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी कर्नाटक चुनाव में ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस ने बीजेपी के विधायक संजय पाटिल द्वारा हिंदू-मुस्लिम को लेकर कहा है कि चुनाव आयोग से इस संबंध में शिकायत करेंगे। बता दें कि कर्नाटक में 224 सीटों पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे और 15 मई को नतीजे घोषित होंगे। इन चुनावों में दो मुख्य पार्टी सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत लगा दी है। इसके अलावा कर्नाटक की क्षेत्रिय पार्टी जनता दल सेक्यूलर भी बीएसपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।