लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को प्रयागराज के चर्चित जीवन ज्योति हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अश्वनी कुमार बंसल हत्याकांड में बड़ी सफलता मिली है।
एसटीएफ ने सोमवार को डॉ. एके बंसल हत्याकांड का पर्दाफाश करने का दावा किया है। एसटीएफ ने आज एक शूटर शोएब को लखनऊ के चिनहट क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। प्रतापगढ़ निवासी शूटर शोएब 50 हजार रुपये का इनाम बदमाश है। एसटीएफ को उसके पास से एक पिस्टल और कारतूस बरामद हुई है।
आलोक सिन्हा और कुख्यात दिलीप मिश्रा ने रची थी साजिश
इस संबंध में एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने जानकारी देते हुए बताया कि, जीवन ज्योति अस्पताल के संचालक डॉ. एके बंसल के मर्डर की साजिश प्रयागराज जेल में आलोक सिन्हा और कुख्यात दिलीप मिश्रा ने रची थी। सुपारी के पैसों को लेकर इस घटना में शामिल एक शूटर यासीर की हत्या मकसूद और शोएब पहले ही कर चुके हैं।
एडीजी एसटीएफ ने बताया कि, डॉक्टर बंसल के बेटे अर्पित का न्यूरो सर्जरी में दाखिला करने के नाम पर आलोक सिन्हा ने 55 लाख रुपये हड़पे थे, जबकि दिलीप का उनसे जमीनी विवाद चल रहा था। उन्होंने बताया कि, इसी मामले में डॉ. बंसल ने आलोक के खिलाफ मुकदमा लिखवाया था और उसे जेल हो गई। फिर जेल में ही डॉ. बंसल की हत्या की साजिश रची थी।
हत्या के लिए 70 लाख रुपए का पेमेंट
एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि, हत्या के लिए कुल 70 लाख रुपए का पेमेंट हुआ था, जबकि शूटर्स को एडवांस में 10 लाख रुपए दिए गए थे। दिलीप के माध्यम से ही जेल में शूटर्स की व्यवस्था कराई थी।
उन्होंने बताया कि, शोएब पूर्व से ही 50 हजार रुपया का इनामी था। शोएब ने प्रतापगढ़ जिले में बस रुकवाकर चुनमुन पांडेय की हत्या, पैसे के बंटवारे में यासीर की हत्या की थी। वहीं, महामाया मार्बल के मालिक राजेश की हत्या में भी शोएब का हाथ था। शोएब कई लोगों से रंगदारी भी लिया करता था। शोएब प्रतापगढ़ व प्रयागराज में फ्रैक्चर गैंग के नाम से जाना जाता था।
डॉ. एके बंसल का 2017 में हुआ था मर्डर
आपको बता दें कि जनवरी, 2017 में जीवन ज्योति हॉस्पिटल के ओपीडी में मरीज देख रहे 59 वर्षीय डॉ. अश्वनी कुमार बंसल की दो बेखौफ बदमाशों ने घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इलाज के दौरान उन्हें काफी बचाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी मौत हो गई थी।