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‘डाटा’ पर होगा 9-10 जुलाई को नए भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय गोल मेज सम्मेलन

09 58 ‘डाटा’ पर होगा 9-10 जुलाई को नए भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय गोल मेज सम्मेलन

नया भारत के लिए 9-10 जुलाई को ‘डाटा’ पर एक अंतरराष्ट्रीय गोल मेज सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इस गोल मेज सम्मेलन का उद्वेश्य कनाडा, ब्रिटेन एवं ऑस्ट्रेलिया जैसे उन्नत देश में विद्यमान सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों से प्रेरणा लेते हुए भारत में सांख्यिकी प्रणाली में सुधार लाना है।

 

09 58 ‘डाटा’ पर होगा 9-10 जुलाई को नए भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय गोल मेज सम्मेलन

 

बता दें कि ‘सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय’ की पहल पर आयोजित गोलमेज सम्मेलन के माध्यम से प्रगतिशील विचारों की पहचान करना है। मालूम हो कि भारत में पहली बार इस प्रकार के सम्मेलन का आयोजन हो रहा है।

सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री डी वी सदानंद गौडा द्वारा केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री विजय गोयल एवं सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन सचिव के वी इयापेन कीमौजूदगी में किया जाएगा।

समारोह में स्टैटिक्स कनाडा के मुख्य सांख्यिकीविद अनिल अरोड़ा, ऑस्ट्रेलियन ब्यूरो ऑफ स्टैटिक्स के पूर्व उप सांख्यिकीविद जोनाथन पाल्मर, विश्व बैक के भारत के कंट्री डायरेक्टर जुनैद अहमद, सांख्यिकी विशेषज्ञ एवं भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

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भारतीय अर्थव्यवस्था के विख्यात विशेषज्ञ, प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष एवं नीति आयोग के सदस्य डॉ.बिबेक देबरॉय, राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अध्यक्ष डॉ.आर बी बर्मन, राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ.प्रोणब सेन, राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ.सी.ए अनंत, भारत के मुख्य सांख्यिकीविद गोल मेज सम्मेलन में भाग लेकर संम्मेलन को सार्थक करेंगे।

बता दें कि सम्मेलन में, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय एजेन्सियों के विशेषज्ञ डाटा शासन संरचना एवं क्षमता, संगठनात्मक मुद्वों, संघीय संरचना में डाटा प्रणाली का प्रबंधन जैसे मुख्य सांख्यिकी मुद्वों पर विचार विमर्श करेंगे।

डाटा शासन संरचना

डेटा को कई तरह से संगठित किया जा सकता हैं। किसी विशिष्ट संगठन के डेटा के लॉजिकल या गणितीय मॉडल को डेटा संरचना कहते हैं। आपको बता दें कि किसी विशेष डेटा मॉडल की पसंद दो विचारों पर निर्भर करती है। सबसे पहले वास्तविक दुनिया में डेटा के वास्तविक रिश्तों को प्रतिबिंबित करने के लिए संरचना में पर्याप्त रूप से समृद्ध होना जरूरी है।वहीं संरचना काफी सरल होनी चाहिए, जब आवश्यक हो कि कोई भी डेटा को प्रभावी रूप से संसाधित कर सके।

महेश कुमार यदुवंशी

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