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क्‍या है निपाह वायरस? जाने इससे जुड़ी पूर्ण जानकारी

14 31 क्‍या है निपाह वायरस? जाने इससे जुड़ी पूर्ण जानकारी

नई दिल्ली। डेंगू, मलेरिया, के बाद निपाह वायरस का खतरा लोगों ने दिलों में घर करता जा रहा है। आयें दिन निपाह वायरस से जुडा को ई ना कोई मामला सामने आ रहा है जिससे लोगों के बीत हर जीच को लेकर डर पैदा होने लगा है। हम आपको बताने जा रहें हैं निपाह वायरस से जुड़ी हर जानकारी जिससे आप खुद को और अपने आस पास के लोगों को बचा सकते हैं।

 

14 31 क्‍या है निपाह वायरस? जाने इससे जुड़ी पूर्ण जानकारी

 

क्या है निपाह वायरस

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के मुताबिक निपाह वायरस एक ऐसा वायरस है जो जानवरों से इंसानों में फैल रहा है। यह जानवरों और इंसानों दोनों में गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इस वायरस का मुख्‍य स्रोत Fruit Bat यानी कि वो चमगादड़ हैं जो फल खाते हैं। ऐसे चमगादड़ों को Flying Fox के नाम से भी जाना जाता है।

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कहां से आया है

निपाह वायरस की सबसे पहले पहचान 1998 में मलेश‍िया के Kampung Sungai के निपाह इलाके में हुई थी। उस वक्‍त वहां दिमागी बुखार का संक्रमण था। यह बीमारी चमगादड़ों से इंसानों और जानवरों तक में फैल गई। इस बीमारी की चपेट में आने वाले ज्‍यादातर लोग सुअर पालन केंद्र में काम करते थे।

यह वायरस ऐसे फलों से इंसानों तक पहुंच सकता है जो चमगादड़ों के संपर्क में आए हों। यह संक्रमित इंसान से स्‍वस्‍थ मनुष्‍य तक बड़ी आसानी से फैल सकता है।इसके बाद 2001 में बांग्‍लादेश में भी इस वायरस के मामले सामने आए। उस वक्‍त वहां के कुछ लोगों ने चमगादड़ों के संपर्क वाले खजूर खा लिए थे और फिर यह वायरस फैल गया।

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निपाह वायरस के लक्षण

जो व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित होता है उसे 5 से 14 दिन तक तेज़ बुख़ार और सिरदर्द की वजह बन सकता है।

24-48 घंटों में मरीज़ कोमा में पहुंच सकता है।

दिमाग में सूजन होने लगता है।

तेज़ बुखार और सिरदर्द होता है।

मांसपेशियों में दर्द होता है।

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कैसे करे बचाव

निपाह वायरस से बचने के लिए फल ना खाएं।

उस व्यक्ति के नजदीक न जाएं जो इस वायरस से पीड़ित हो।

इस वायरस की वजह से जिनकी मौत हुई हो, उनके शव से भी दूर रहें।

अगर आपको तेज बुखार हो तो अस्पताल जाएं।

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निपाह वायरस का इलाज 

अब तक निपाह वायरस का कोई वैक्‍सीन नहीं बन पाया है।

इस वायरस का इलाज यही है कि संक्रमित व्‍यक्ति को डॉक्‍टरों की कड़ी निगरानी में रखा जाता है।

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सावधानी 

चमगादड़ों की लार या पेशाब के संपर्क में न आएं।

खासकर पेड़ से गिरे फलों को खाने से बचें।

संक्रमित सुअर और इंसानों के संपर्क में न आएं।

निपाह वायरस जहां फैला हुआ है वहां जाने से बचें।

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