विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के पैन-यूरोपीय स्वास्थ्य और सतत विकास आयोग ने शुक्रवार को डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में बयान जारी किया। जिसके तहत आयोग ने ग्लोबल गवर्नेंस यानी वैश्विक शासन का आह्वान किया और ‘जी20 के तत्वावधान में’ एक वैश्विक स्वास्थ्य बोर्ड की स्थापना के लिए सिफारिश की है।
एक समाचार एजेंसी द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, WHO ने कोविड -19 की प्रदर्शित को लेकर कहा कि, कैसे कुछ शासन संरचनाएं समाज को महामारी के सबसे बुरे प्रभावों से बचाने में विफल रहीं, कुछ देशों ने विज्ञान के बजाय राजनीति से सूचित प्रतिक्रियाओं का सहारा लिया।
सतत विकास आयोग के अध्यक्ष मारियो मोंटी ने बयान में कहा, “जी20 में वैश्विक स्वास्थ्य और वित्त बोर्ड की स्थापना करके सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने समग्र नीति-निर्माण में स्वास्थ्य नीति की स्थिति को बढ़ाना के लिए जरूरी है, क्योंकि स्वास्थ्य एक वैश्विक सार्वजनिक की जरूरत है।”
इसी के साथ ही सतत विकास आयोग ने व्यापार क्षेत्र के लिए डेटा-शेयरिंग और डेटा-इंटरऑपरेबिलिटी प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाने के लिए पैन-यूरोपियन नेटवर्क फॉर डिजीज कंट्रोल और पैन-यूरोपियन हेल्थ थ्रेट काउंसिल जैसे शासन के क्षेत्रीय निकायों के सहयोग की माँग की है।
आयोग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, महामारी में देखा गया कि जब हाइपर-कनेक्टेड, वैश्वीकृत दुनिया में संचारी रोगों के प्रसार की बात होती है, तो एक-देश समाधान ढूंढने के लिए पर्याप्त नहीं होता हैं और इस तरह के संकटों से केवल संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाही के माध्यम से ही प्रभावी रूप से संविधान ढूंढा जा सकता है।