अमेरिका में इन दिनों नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में अचानक उछाल आ गया है। कोरोना के बाद पूरी दुनिया में बेरोजगारी संकट बढ़ा । US ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिक्स के आंकड़ें पर अगर गौर करें तो सितंबर में 44 लाख अमेरिकी लोगों ने नौकरी से इस्तीफा दिया है।
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अमेरिकियों के नौकरी छोड़ने का कारण
US ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिक्स के आंकडे ये साफ तौर पर ये दर्शा रहें हैं कि अगस्त महीने के मुकाबले 2 लाख ज्यादा है। अगस्त में 43 लाख लोगों ने नौकरी छोड़ी थी और इसके एक महीने पहले जुलाई में 36 लाख लोगों ने इस्तीफा दिया था। तो चलिए अब बात कर लेते हैं कि आखिरकार नौकरी से अमेरिकियों का मोहभंग क्यों हो गया है। क्या कम वेतन और मालिकों के बुरे बर्ताब से परेशान है लोग या जरूरत से ज्यादा काम का दबाव के चलते ये सब हो रहा है। या एक वजह ये भी हो सकती है तेजी से बढ़ते स्टार्टअप भी लोगों के आकर्षण का केंद्र हों।
नौकरी छोड़ने में पुरुषों से आगे महिलांए
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक नौकरी छोड़ने वाले ज्यादातर लोग हॉस्पिटैलिटी या रिटेल सेक्टर से जुड़े हैं। कुछ ऐसे भी हैं, जो काफी समय से नौकरी बदलने पर विचार कर रहे हैं। एक कारण यह भी है कि लोग स्टार्टअप की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। नौकरी छोड़ने वालों में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की संख्या है।
वर्क फ्रॉम होम ने तोड़ा सिस्टम
रिपोर्ट के मुताबिक छुटि्टयां न मिलने के कारण भी अमेरिकी नागरिक नौकरियां छोड़ रहे हैं। ज्यादातर लोगों ने कहा है कि उन्हें छुट्टी मांगने पर समय पर छुट्टी नहीं मिलती है। एक कारण यह भी कि कोरोना संक्रमण कम होने के बाद अब ज्यादातर कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम सिस्टम खत्म कर दिया है। जिन लोगों ने इस दौरान घर पर रहकर काम किया है, उन्हें अब ऑफिस जाने में परेशानी हो रही है। वर्क फ्रॉम होम के कारण कोरोनाकाल में उन्हें परिवार के साथ समय बिताने की आदत पड़ गई।
वर्क फोर्स घटने का उद्योगों पर असर
इसका सबसे ज्यादा असर उद्योगों पर पड़ा है। लगातार लोगों का नौकरियों से मोहभंग होने के कारण उद्योग-धंधों में काम करने के लिए स्किल्ड लोग नहीं मिल पा रहे हैं।