नई दिल्ली। सर्जिकल स्ट्राइक ये शब्द ठीक आज ही के दिन यानी 28 सितंबर को हम भारतवासियों को सुनने के साथ जानने को मिला सेना को वो ऑपरेशन जो कि दुश्मन के इलाके में अंजाम दिया जाये और दुश्मन की देश विरोधी गतिविधियों को उसकी सीमा में खत्म कर सुरक्षित वापसी कर ली जाये ये है सर्जिकल स्ट्राइक। बीते साल आज के दिन भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर के इलाके में आंतकियों के लॉन्चिंग पैड को निशाना बनाते हुए बड़े पैमाने पर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।
आईये जानते हैं क्या है ये सर्जिकल स्ट्राइक
जब किसी शुत्र की सीमा पर सेना कार्रवाई करने के लिए सीमापार करती है तो इसे सर्जिकल स्ट्राइक कहते हैं।इस दौरान सेना पहले से ही रैकी किए गए ठिकानों को निशाना बनाती है। इस ऑपरेशन में सेना के विशेष कंमाड़ो को शामिल कर उन्हें जिम्मेदारी दी जाती है।सर्जिकल स्ट्राइक करने के पहले दुश्मन की पूरी रैकी कर जगह के बारे में दस्ते को बताया जाता है। इसके बार सीधा हेलीकॉप्टर के जरिए जहां कार्रवाई होनी है सेना के कमांडो को उतार दिया जाता है। इस ऑपरेशन को आर्मी और सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों के अलावा ऑपरेशन के खत्म होने तक सार्वजमिक नहीं किया जाता है।इस ऑपरेशन की सारी जानकारी गुप्त और सुरक्षित रखी जाती हैं।
बीते साल पीओके में सेना ने किया यादगार प्रदर्शन
ऊरी पठानकोट में हुए सेना पर आंतकी हमलों के बाद भारतीय जवानों ने इस आंतकी हमले का बदला लेने की ठान ली थी। ठोस सरकार और कठिन निर्णय लेने की आवश्यकता सरकार के पास थी। इस बारे में सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पीएमओ के बीच बैठक हुई तो इस बारे में कठिन निर्णय लिया गया। आखिरकार 28 और 29 की रात भारतीय सेना ने पीओके की बार्डर लाइन क्रॉस कर आतंकियों के लॉन्चिंग पैड पर हमला कर दिया। इस हमले में 50 से ज्यादा आतंकियों को सेना के कमांडो ने खत्म किया।
इस कार्रवाई में कई आतंकियों के लॉन्चिंग पैड को भी सेना के कमांडो ने तबाह कर दिया है। इस हमले के पहले पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को विदेश सचिव जयशंकर ने बुलाकर उरी और पठानकोट हमले के पुख्ता सबूत सौंपकर आतंकियों पर कार्रवाई करने को कहा। लेकिन कार्रवाई तो दूर पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने यूएन की आम सभा में लश्कर के आतंकी बुरहान बानी को हीरो बताकर उरी हमले पर सफाई देने के बजाय कश्मीर मुद्दे पर सरकार को घेरने लगे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कार्रवाई की और पाकिस्तान के साथ विश्व को बता दिया कि हम अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।