लखनऊ। समाजवादी पार्टी में छिड़ी सियासत की जंग एक के बाद एक उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे है। जहां एक ओर अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल और पिता मुलायम सिंह के करीबी कहे जाने वाले अमर सिंह को खरी-खोटी सुनाई तो वही बैठक के दौरान सपा सुप्रीमो ने अपना अमर प्रेम दिखाते हुए अखिलेश की कड़ी फटकार लगाई थी। लेकिन इस पूरे मामले पर काफी लंबे समय से चुप्पी साधे अमर सिंह ने आखिरकार अपना दुख मीडिया के सामने बयां किया। अमर सिंह ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश के खिलाफ कभी भी कुछ नहीं किया पर जिस तरह की भाषा का उन्होंने मेरे लिए इस्तेमाल किया उससे मुझे काफी दुख पहुंचा है।
बता दें कि अखिलेश के बैठक के दौरान अमर सिंह को दलाल कहते हुए कहा था कि वो पार्टी को तोड़ने का काम कर रहे है। अखिलेश के इन शब्दों पर अमर सिंह ने जहां एक ओर अपनी नारजगी जाहिर की है तो वहीं मुख्यमंत्री का साथ देने की भी बात की। उन्होंने कहा मैं अखिलेश के साथ हूं और रहूंगा क्योंकि वो मुलायम सिंह के बेटे है।
गौरतलब है कि मुलालय के करीबी अमर सिंह ने जहां एक ओर अखिलेश के साथ खड़ा रहना का दावा किया है तो वही दूसरी तरफ अखिलेश के चाचा शिवपाल ने भी इस पूरे मामले पर सफाई दी है। शिवपाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं अखिलेश से ज्यादा प्रदेश घूम चुका हूं। मैं चाहता तो साल 2003 में ही मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठ सकता था। उस समय मुलायम केंद्र में व्यस्त थे और अखिलेश का नामोनिशान नहीं था लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया।
इन्ही सब हालातों के बीच गुरुवार को अखिलेश यादव ने आगामी चुनाव के मद्देनजर एक वीडियो जारी किया है जिसमें अखिलेश के कामकाज का ब्यौरा दिखाया गया है तो वहीं उनके साथ उनकी पत्नी डिंपल यादव को भी वीडियो में बखूबी दर्शाया गया है। लेकिन इस वीडियो में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और शिवपाल दोनों ही नदारद है जिससे कि अंदरुनी कलह का अंदाजा साफ तौर पर लगाया जा सकता है। वहीं गुरुवार को लखनऊ में आयोजित यश भारती कार्यक्रम में हिस्सा न लेकर मुलायम सिंह ने अपने बेटे और सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अपनी नारजगी एक बार फिर से जता दी है।