जयपुर। देश में भले हिंदू और मुस्लिमों को बांटने की कोशिशें होती रही हों, लेकिन जब-जब देश पर संकट का कोई समय आया है तब-तब कौमी एकता की ऐसी मिसालें सामने आती रही हैं, जो यह बताती हैं कि यहां हिंदू और मुस्लिम भाईचारे की जड़ें काफी मजबूत हैं। इन जड़ों को न कोई हिला सका है और न कोई हिला सकता है। ऐसा ही एक वाकया राजधानी जयपुर में देखने को मिला जब यहां के भट्टा बस्ती इलाके में एक हिंदू शख्स की मौत हो गई। कैंसर पीड़ित इस शख्स की मौत के बाद लॉकडाउन के इस दौर में मुस्लिम बंधुओं ने न केवल उसे कंधा दिया बल्कि पूरे विधि-विधान से उसका दाह संस्कार भी कराया।
बता दें किजानकारी के अनुसार भट्टा बस्ती के बजरंग नगर में राजेंद्र अपने परिवार के साथ रहते थे। वे काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे। रविवार की देर रात राजेंद्र की मौत हो गई। राजेन्द्र अविवाहित थे। परिवार में ज्यादा लोग नहीं हैं और तिसपर से लॉकडाउन का समय। ऐसे में बस्ती के ही मुस्लिम युवाओं ने मृतक राजेंद्र के अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था की। इस मौके पर राजेंद्र के परिवार से सिर्फ 3 लोग – राजेंद्र की मौसी, चाचा और छोटा भाई ही यहां मौजूद हैं। मृतक राजेंद्र को उसके छोटे भाई ने मुखाग्नि दी।
वहीं मृतक राजेंद्र के अंतिम संस्कार के लिए बस्ती के ही मुस्लिम समाज के युवक आगे आए और मृतक के अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था की। मुस्लिम युवकों ने न सिर्फ राजेंद्र की अर्थी को कंधा दिया बल्कि इस दौरान ‘राम नाम सत्य है’ के बोल भी बोले। अंतिम संस्कार के बाद मुस्लिम समाज के पप्पू भाई ने बताया कि आज हिंदू मुस्लिम को लड़ाने की कोशिश होती है। लेकिन मानवता अभी जिंदा है। हमें इस बात का सुकून है कि संकट की घड़ी में हम यह काम कर सके।