लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मेरठ और लखीमपुर-खीरी से अग्निकांड की खबरें परेशान करने वाली हैं। मेरठ के हस्तिनापुर और लखीमपुर के दुधवा नेशनल पार्क में भीषण आग का कहर देखने को मिल रहा है। इन जगलों की आग प्रशासन के लिए भी बड़ी समस्या पैदा कर रही हैं।
दुधवा जंगल आग की चपेट में
थाना हस्तिनापुर और दुधवा जंगल में आग ने भारी तबाही मचाई है, अकेले दुधवा में ही 100 हेक्टेयर का जंगल आग की चपेट में हैं। इसका असर वन्यजीवन और आसपास के क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है। जीव-जंतुओं की जान का भी बड़ा खतरा है। इसमें दुधवा प्रशासन की लापरवाही का अंदेशा लगाया जा रहा है। किशुनपुर में फैली यह आग पिछले तीन दिनों से लगातार विकराल रूप लेती जा रही है।
हस्तिनापुर में भी तांडव
महाभारत काल से जुड़े हस्तिनापुर थाना क्षेत्र में वन सेंचुरी का इलाका आग की लपटों से घिरा हुआ है। यहां के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान उल्टा खेड़ा तक इस आग का प्रभाव देखा जा सकता है। गर्मी में तेज हवा आग को और ज्यादा बल देने का काम कर रही है। इसके चलते भारी नुकसान भी देखने को मिल रहा है।
गर्मी में आग बहुत ही विकराल रूप ले लेती है, आए दिन अलग-अलग जगहों से इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं। प्रशासन भी इसके लिए लगातार फायर विभाग को अलर्ट मोड पर रखता है, लेकिन फिर भी ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है। जंगलों की आग तो और ज्यादा खतरनाक हो जाती है, इसका असर जंगली जीवों पर भी पड़ता है।