आज के इस लाइफस्टाइल में इंसान इतना बिजी हो चुका है कि वह अपने लिए समय नहीं निकाल पता है , और छोटी ही उम्र में बीमारियों का शिकार हो जाता है ।
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ऐसे में भ्रामरी प्राणायाम कर मनुष्य अपने आप को फिट रह सकता है । भ्रामरी प्राणायाम से सेहत को कई फायदे होते हैं।
इस प्राणायाम के रोजाना अभ्यास से मन शांत रहता है, चिंता, अवसाद और क्रोध की समस्या दूर होती है। उन लोगों को तो जरूर ये प्राणायाम करना चाहिए जो अक्सर तनाव में रहते हैं। माइग्रेन पेशेंट्स के लिए भी ये प्राणायाम फायदेमंद है।
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों भी अगर रोजाना भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास शुरू कर दें तो उनका बीपी कंट्रोल में रहने लगेगा। हाई बीपी को कंट्रोल में रखकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
किसी शांत जगह पर आंखें बंद कर बैठ जाएं। – अब अपनी सबसे छोटी उंगली को आंखों पर बाकी तीन उंगलियों को माथे पर और अंगूठे से कानों को बंद कर लें। – नाक से लंबी गहरी सांस भरें और छोड़ते हुए भौंरे की तरह गुंजन करें। आप सांस छोड़ते हुए ऊँ का भी उच्चारण कर सकते हैं। इसे 5-7 बार दोहराएं।
वैसे तो इस प्राणायाम के लाभ ही लाभ है लेकिन कुछ खास स्थितियों में इसे करना अवॉयड करें नहीं तो प्रॉब्लम हो सकती है, जैसे- गर्भवती महिलाओं के अलावा, कान में इंफेक्शन या जलन होने पर, सीने में दर्द, हाई ब्लड प्रेशर या मिर्गी पेशेंट्स को भी भ्रामरी प्राणायाम नहीं करना चाहिए।
इस प्राणायाम के अभ्यास से नींद अच्छी आती है और तनाव की समस्या भी दूर होती है। तो रात को अच्छी नींद के लिए इसे अपने रूटीन में शामिल करें।