राजीव गाँधी
राजीव गांधी का पूरा नाम राजीव रत्न गांधी था जो भारत देश के सातवें प्रधानमंत्री बने और इंदिरा गांधी के मौत के बाद 31 अक्टूबर 1984 से 2 दिसंबर 1989 (5 साल 32 दिन) तक देश के लिये काम किया। इन्होंने नेता विपक्ष (18 दिसंबर 1989 से 23 दिसंबर 1990), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष (1985 से 1991), तथा अमेठी से संसद सदस्य के रुप में देश की सेवा की (17 अगस्त 1981 से 21 मई 1991)। ये भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। इसके पहले ये एक पेशेवर पाइलेट थे हालांकि 1980 में अपने भाई की वायु दुर्घटना में मौत होने के बाद अपनी मां के आदेश पर राजनीति के मैदान में उतरे। उनके निधन के बाद उन्हें 1991 में भारतीय सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित किया।
ब्रिटीश भारत (वर्तमान मुम्बई, महाराष्ट्र) के बॉम्बे प्रांत के बम्बई में 20 अगस्त 1944 को इनका जन्म हुआ और निधन 21 मई 1991 में 46 साल की उम्र में तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बुदुर में हुआ। एक सार्वजनिक सभा में थेनमोज़ी राजारत्नम नाम की महिला के द्वारा राजीव गाँधी पर हमला कर हत्या कर दी गई।
बता दें कि उनसे पहले भी देश में कई प्रधानमंत्री बने जिन्होंने देश के लिए अपनी सेवाएं दी। जैसे गुलजारी लाल नंदा जिन्होंने मात्र 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री का पद भार संभाला। उसके बाद मोरारजी देसाई जो भारत के चौथे प्रधानमंत्री बने। चौधरी चरन सिंह ने भी भारत में प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भारत की सेवा की ये भारत के पांचवे प्रधानमंत्री बने। वी पी सिंह भारत के आठवें प्रधानमंत्री केल रूप में उभरे जिन्होंने जिन्होंने 2 दिसंबर 1989 से 10 नवंबर 1990 तक देश को अपनी सेवा दी। चंद्र शेखर देश के नौवें प्रधानमंत्री बने और उन्होंने भी देश को अपनी सेवा प्रदान की। इसके बाद पी.वी. नरसिम्हा राव, एच.डी.देवगौड़ा, आई.के.गुजराल, मनमोहन सिंह आदि ने भी देश को अपनी सेवा दी और देश के प्रधानमंत्री रहे।