नई दिल्ली। नए साल के बाद कोरोना से बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा नागरिकों को वैक्सीन देनी की चर्चाएं तेज हो गई। इसके साथ ही कोरोना महामारी से बचाव के लिए देश में कई वैक्सीन के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच आज कोरोना वैक्सीन की पहली खेप राजधानी दिल्ली पहुंच गई है। वैक्सीन का स्टोरेज राजीव गांधी अस्पताल में होगा। दिल्ली में सीरम वैक्सीन की डिलवरी पूणे से फ्लाइट के जरिए हुई है। पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट से वैक्सीन सुबह करीब साढ़े चार बजे ही रवाना हो गई थी। इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दो खुराक लेनी होगी। जिसकी एक खुराक की कीमत 210 रुपये होगी।
कोविशिल्ड की कीमत 200 रुपये-
बता दें कि पहली खेप में 1088 किलो की 34 पेटियां हैं। कोरोना की दवा देश के अलग-अलग राज्यों तक पहुंचेंगी। इन दवाइयों की रवानगी से पहले कल पीएम मोदी ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी और अपील की कि वो पहले जरूरी लोगों को टीका लेने दें फिर खुद टीका लगवाएं। ‘कोविशिल्ड’ वैक्सीन को ले जाने वाली पहली फ्लाइट पुणे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। इससे पहले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से तीन ट्रकों में कोविशिल्ड वैक्सीन आज सुबह-सुबह रवाना हुई थी। देश में वैक्सीन लगाने का काम 16 जनवरी से शुरू होगा। इसके साथ ही देश में बनी कोविशिल्ड की कीमत 200 रुपये है। इसमें 10 रुपये का GST लगेगा। मतलब दवा का एक डोज 210 रुपये का होगा। हर शख्स को दो डोज लेने होंगे। इसके साथ ही पहले चरण में फ्रंटलाइन कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसमें हेल्थ वर्कर्स, सफाई कर्मचारी और सैन्य बलों से जुड़े लोगों को टीका लगाया जाएगा। पहले चरण में लगभग तीन करोड़ नागरिक शामिल होंगे।
डोज के साथ पुणे से 9 उड़ाने होंगी संचालित-
वहीं सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप पुरी ने बताया है कि आज एयर इंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगो एयरलाइंस 56.5 लाख डोज के साथ पुणे से दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, गुवाहाटी, शिलांग, अहमदाबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, भुवनेश्वर, पटना, बेंगलुरु, लखनऊ और चंडीगढ़ के लिए 9 उड़ानें संचालित करेंगी। इसके साथ ही दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति और दूसरी बीमारियों से पीड़ित लोगों को टीका लगाया जाएगा। दूसरे चरण में टीका लगवाने वालों की संख्या लगभग 27 करोड़ होगी।