लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष द्वारा सरकार पर उठाए जा रहे हर सवाल का जबाव दिया। उन्होंने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि सहारनपुर और कासगंज हिंसा को दंगे नहीं माना जा सकता क्योंकि ये समान्य घटनाएं थी। इन दोनों घटनाओं पर समय रहते यूपी पुलिस ने काबू पा लिया था। वहीं यूपी में अपराधियों के एनकाउंटर को लेकर उन्होंने कहा कि जिसको जो कहना है वो कहे एनकाउंटर का ऑपरेशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस पहले सावधान करती है फिर कार्रवाई करती है, लेकिन जब सामने से अपराधी गोली चला रहा है तो उसे इसका जवाब भी गोली की भाषा में दिया जाना ही जरूरी है।
वहीं उत्तर प्रदेश में इंवेस्टर्स समिट को लेकर सीएम ने कहा कि 21 फरवरी को होने वाले इस समिट से सरकार को उम्मीद है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेश होगा। सीएम ने कहा कि राज्य में बीजेपी की सरकार आने के बाद प्रदेश प्रश्न प्रदेश से उभरकर सही मायने में उत्तर प्रदेश बन गया है। सीएम ने कहा कि एक साल पहले तक यूपी को गुंड़ों का प्रदेश कहा जाता था, लेकिन हमने अब प्रदेश की छवी बदल दी है, जिसका जीता-जागता सबूत बड़े-बड़े निवेशकों द्वारा प्रदेश में निवेश करना है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते समय ही हमने कहा था कि हम प्रदेश को अपराध मुक्त बनाएंगे वो भी किसी बिना पक्षपात के।
यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सरकारी दफ्तरों में भी बायोमेट्रिक अटेंडेंस लागू की गई और फाइलों के निपटारे जैसी चीजों को भी ऑनलाइन किया गया, जिसकी सीधे यूपी सीएमओ द्वारा निगरानी की जाती है। सीएम ने कहा कि यदि कोई फाइल रुकती है तो इस बारे में अब पता चल जाता है और ऐसा होने के कारणों का पता लगाया जाता है, लेकिन अब ऐसा होने से फाइलों के निपटारों की गति में भी तेजी आई है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को नौकरी करनी है तो उसे जवाबदेही के साथ काम करना होगा। अंत में सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने मरदसों को मॉर्डन बनाने जैसे कदम उठाए हैं। सीएम ने कहा कि वे पहले जैसे ही हैं, बस उनके काम के कारण लोगों की उनके बारे में सोच बदली है।