नई दिल्ली। बॉलीवुड की तरफ से आ रही फिल्म और बेवसीरीज आए दिन निशाने पर रहती हैं। क्योंकि इसमें कुछ ऐसे दृश्य फिल्माएं जाते हैं। जिनसे धार्मिक आस्था को धक्का लगता है। दर्शक अपना ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर ही बिताते हैं। जिसके चलते ट्रेडिंग में चलने वाली खबर उन तक सबसे पहले पहुंच जाती है। फिर उसके बाद उस फिल्म का बॉयकाट होना शुरू हो जाता है। अब तक कई फिल्मों का बॉयकाट किया जा चुका है। ऐसा ही कुछ एक बार फिर देखने को मिल रहा है। नेटफ्लिक्स ओटीटी मीडिया प्लेटफॉर्म है जिस पर आ रहे एक कार्यक्रम “ए सूटेबल बॉय” में बेहद आपत्तिजनक दृश्य फिल्माए गए हैं जो एक धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करते हैं। जिसके चलते नेटफ्लिक्स के 2 अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बेवसीरीज पर लगाई जा सकती है सेंसरशीप-
बता दें कि विवादित बेवसीरीज को लेकर थाना सिवल लाइन रीवा में धारा 295A का प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। फ़रियादी गौरव तिवारी के आवेदन पर उक्त प्रकरण नेटफ़्लिक्स के पदाधिकारी मोनिका शेरगिल एवं अम्बिका खुराना के विरूद्ध दर्ज किया गया है। गौतलब है कि बेवसीरीज को लेकर अभी तक कोई सेंसरशिप नहीं है और ना ही इन्हें उसके लिए फिल्म की तरह इजाजत लेनी होती है। हालांकि, हाल में केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने इस बार नोटिफिकेशन जारी कर इसे अपने अंदर लिया है। जिसके बाद आने वाले दिनों में इसके दृश्यों पर सेंशर लग सकते हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के 2 अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गृह और कानून विभाग की बैठक बुलाई है।
जानें पूरे विवाद पर नरोत्तम मिश्रा ने क्या कहा-
पूरे विवाद पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, नेटफ्लिक्स over-the-top ओटीटी मीडिया प्लेटफॉर्म है जिस पर आ रहे एक कार्यक्रम “ए सूटेबल बॉय” में बेहद आपत्तिजनक दृश्य फिल्माए गए हैं जो एक धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करते हैं। मैंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस बात का परीक्षण किया जाए कि इन दृश्यों के आधार पर नेटफ्लिक्स ओटीटी प्लेटफार्म और कार्यक्रम के निर्माता और निर्देशक पर क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।