नई दिल्ली। देश को आए दिन किसी न किसी के निधन की खबर सुनने को मिल ही जाती है। जो देश के लिए एक अपूर्णय क्षति है। इसी बीच आज अद्यार कैंसर संस्थान की वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट और अध्यक्षा डॉक्टर वी शांता ने 93 वर्ष की उम्र में इस दुनिया से अलविदा कह दिया और पंचतत्वों में विलीन हो गईं। इसके साथ ही बिगड़ती तबीयत को देखते हुए उन्हें सोमवार की रात अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की पूरी टीम उन्हें बचाने की कोशिश में लगी थी। हालांकि मंगलवार सुबह करीब 3 बजकर 55 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। इसके साथ ही पीएम मोदी ने डाॅ. वी शांता के निधन पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उनके पार्थिव शरीर को ओल्ड कैंसर इंस्टिट्यूट परिसर ले जाया गया-
बता दें कि बीते कुढ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। जिसके बाद उन्हें सोमवार की रात अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मंगलवार की सुबह उनका निधन हो गया। इसके साथ ही वी. शांता के पार्थिव शरीर को ओल्ड कैंसर इंस्टिट्यूट परिसर ले जाया गया। इस परिसर को उन्होंने अपने गुरु डॉक्टर कृष्णमूर्ति के साथ मिलकर बनवाया था। डॉ. शांता का इस कैंसर इंस्टिट्यूट में उन लोगों का इलाज किया जाता है जो आर्थिक रूप से मजबूत नहीं हैं। इसी बीच पीएम मोदी ने डाॅ. शांता के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्हें कैंसर के मरीजों को उच्च कोटि का इलाज सुनिश्चित करने के प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि डॉक्टर वी. शांता को कैंसर का उच्च कोटि का इलाज सुनिश्चित करने के प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। चेन्नई स्थित अडयार कैंसर संस्थान गरीबों और वंचितों की सेवा करने में सबसे आगे है। वर्ष 2018 में यहां का दौरा मुझे याद आ गया। डॉक्टर शांता के निधन से दुखी हूं।
इन पुरस्कारों से सम्मानित हुईं डाॅ. वी. शांता-
वहीं देश की मशहूर कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर वी. शांता को साल 2005 में उन्हें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। साल 2015 में उन्हें भारत सरकार ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।