पीलीभीत। कोरोना वैक्सीन आने से पहले ही ठगों और राजनीति का शिकार हो रही है। एक तरफ एक साथ दो दो वैक्सीन लाॅन्च करके भारत ने कीर्तिमान रच दिया और पूरे विश्व में खुद को साबित कर दिया। वहीं दूसरी तरफ टीकाकरण की तैयारियां जोरो पर है। उधर यूपी में ठगों ने वैक्सीन के नाम पर ठगी करने का नया फार्मूला निकाल लिया है। अब साइब ठगों की नजर वैक्सीन के नाम पर ठगी करने की है।
अभी वैक्सीन आई नहीं और यूपी में साइबर ठगों ने वैक्सीन के नाम पर ठगी करने का प्लान तैयार कर लिया है। एक तरफ स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है तो दूसरी तरफ साइबर अपराधी भी सक्रिय होने लगे हैं। इन डार्क वेबसाइट पर घर बैठे वैक्सीन पाने के लिए पंजीकरण कराने का झांसा दिया जा रहा है। इनके फर्जी होने का अंदेशा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अभी कोराना वैक्सीन बाजार में आई ही नही हैं फिर भी वैक्सीन मुहैया कराए जाने की तय तिथि बताई जा रही है। यहां बता दें कि कोरोना वैक्सीन पहले और दूसरे चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों को लगाई जाएगी।
आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। वहीं लोगों की निगाहें भी कोरोना वैक्सीन पर ही टिकी हुई हैं। देश में कोरोना वैक्सीन को चार चरणों में लगाने का फैसला लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पहले और दूसरे चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। विभाग द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों का डाटा तैयार कर कोविड पोटल पर अपलोड किया जा चुका है। इन सबके बीच फर्जीवाड़ा करने वाले भी सक्रिय हो गए हैं।
बताते हैं कि डार्क वेबसाइटों के जरिए फर्जीवाड़ा करने वाले सक्रिय हो रहे हैं। यह साइबर अपराधी सोशल प्लेटफॉर्म पर लोगों को घर बैठे ही वैक्सीन मुहैया कराने का झांसा दे रहे हैं और इसके एवज में ऑनलाइन भुगतान करने की बात कही जा रही है। इन वेबसाइट पर वैक्सीन डिलीवरी की तारीख भी आर्डर बुकिंग के दौरान दर्शाई जा रही है। हालांकि जिले में अब तक किसी के साथ फर्जीवाड़ा होने की शिकायत नहीं मिली है मगर लोग सोशल प्लेटफॉर्म पर ऐसी वेबसाइटों के विज्ञापन दिखने की बात जरूर कह रहे हैं।