दुनियाभर में सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने तीसरे पक्ष के साथ लगभग 5 करोड़ यूजर्स का डाटा शेयर करने की बात को स्वीकार किया है। फेसबुक फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने माना कि उनकी कंपनी ने पॉलीटिकल कंसलटेंसी कैंब्रिज एनालिटिका के साथ करीब आठ करोड़ 70 लाख यूजर्स की निजी जानकारी अनुचित ढ़ंग से साझा की है।
दिसंबर 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डॉनाल्ड ट्रंप के लिए कैंपिंग कर रही कैंब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक के जरिए 8 करोड़ 87 लाख यूजर्स के निजी डाटा पर सेंध लगाई है। फेसबुक के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर माइक स्क्रोपर ने एक बलॉग पोस्ट करके ये जानकारी सार्वजनिक की है।
हालांकि स्क्रोपर ने यह नहीं बताया है कि फेसबुक इस नतीजे पर कैसे पहुंचा कि 8 करोड़ 70 लाख यूजर्स प्रभावित हुए हैं। लेकिन उन्होंने कहा है कि फेसबुक उन लोगों को इस बारे में सूचित करेगा कि उनका डेटा अनुचित तरीके से कैंब्रिज एनालिटिका के साथ शेयर किया गया है।
फेसबुक ने कहा है कि वह तीसरी पार्टी के ऐप द्वारा यूजर्स के निजी डेटा में सेंध लगाने को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। इस बीच मार्क जकरबर्ग ने कहा है कि तमाम गलतियों के बावजूद फेसबुक को लीड करने के लिए वही सही व्यक्ति हैं।
खबर है कि कैंब्रिज एनालिटिका ने जिन 8 करोड़ 70 लाख यूजर्स के निजी डाटा में सेंध लगाई है उनमें सबसे ज्यादा यूजर्स (81.6%) अमेरिका से हैं। वहीं, इंडिया से 5 लाख 62 हजार 455 यूजर्स के डेटा भी शेयर किए गए हैं। वहीं तीसरे नंबर पर फिलीपींस है। फ्लिपिंस के करीब 11 लाख फेसबुक यूजर का डेटा लीक भी शामिल है।
गौरतलब है कि पिछले महीने फेसबुक द्वारा करोडों लोगों का निजी डाटा शेयर करने की बात सामने आने के बाद दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी निवेशकों, यूजर्स, विज्ञापनदाताओं और राजनेताओं के आक्रोश का सामना कर रही है।
बुधवार को फेसबुक के शेयर 1.4 प्रतिशत गिरकर 153.90 प्रति डॉलर पहुंच गए। कैंब्रिज एनालिटिका प्रकरण के बाद फेसबुक के शेयर में 16 प्रतिशत की गिरावट आई है। फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटिका के इस अनुचित संबंधों के बारे में सबसे पहले दो अखबारों ने रिपोर्ट किया था।
सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक के मुख्य कार्याधिकारी मार्क जकरबर्ग 11 अप्रैल को संसद की समिति के समक्ष हाजिर होंगे। वाणिज्य विषयक संसदीय समिति ने बुधवार को यह घोषणा की।