मुंबई। विमुद्रित नोटों को बदलने के लिए यहां एक बैंक की शाखा के बाहर कतार में खड़े एक व्यक्ति को शुक्रवार अपराह्न् दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विश्वनाथ वर्तक उत्तर-पूर्व मुंबई के मुलुंड उपनगर में भारतीय स्टेट बैंक की एक शाखा के बाहर कुछ पुराने नोट बदलने के लिए कतार में खड़े थे।
उमस और गरमी के कारण वर्तक 73 कतार में बेहोश हो गए और गिर पड़े। कुछ लोगों ने उन्हें होश में लाने की कोशिश की, लेकिन उनपर कुछ असर नहीं हुआ और अंत में पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया गया। उसके थोड़ी ही देर बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्हें गंभीर हृदयाघात हुआ था।
मुंबई में पिछले दो दिनों से विभिन्न बैंकों और एटीएम पर कतारबद्ध लाखों लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें पुराने नोट बदलने के लिए घंटों कतारों में खड़े रहना पड़ रहा है, लेकिन न तो वहां बैठने की कोई व्यवस्था है, और न पीने के पानी व शौचालय की व्यवस्था ही।
सर्वाधिक परेशानी वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, और अस्वस्थ लोगों के लिए है, क्योंकि उन्हें सड़कों और फुटपाथों पर घंटों कतार में खड़े रहना पड़ रहा है, और बैंक शाखाओं या स्थानीय प्रशासन से उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है।