लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के परिवार से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। यह खबर मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव से जुड़ी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रतीक यादव के साले अमन सिंह बिष्ट पर आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप लगा है। उनके ऊपर कई फर्जी कंपनियां बनाकर करोड़ों के ट्रांजैक्शन का आरोप है।
फर्जी कंपनियों से करोड़ों का ट्रांजैक्शन
अमन सिंह बिष्ट पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपने सगे संबंधियों के साथ मिलकर एक दर्जन से अधिक ऐसी कंपनियां बनाईं, जो लाखों करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन करती थीं। मगर, उन कंपनियों का कोई काम जमीनी स्तर पर नहीं दिखता था।
सपा संरक्षक मुलायम और उनके परिवार के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कराने वाले एडवोकेट विश्वनाथ चतुर्वेदी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के निदेशक को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने प्रतीक यादव के साले अमन सिंह बिष्ट और उनकी एक दर्जन से ज्यादा कागजी कंपनियों की जांच कराए जाने की मांग की है।
एक ही पते पर सारी कंपनियां
अधिवक्ता विश्वनाथ ने सीबीआइ निदेशक को भेजे गए पत्र में बताया कि, मोनल इंफ्रा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, मोनल इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और पिससेसिया पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड सहित एक दर्जन से ज्यादा ऐसी कंपनियां हैं, जिनके जरिए करोड़ों रुपए का वारा-न्यारा किया गया। ये सारी कंपनियां 2/11 विराट खंड गोमती नगर के एक ही पते पर रजिस्टर हैं।
सुप्रीम कोर्ट में डाली जाएगी याचिका
एडवोकेट विश्वनाथ चतुर्वेदी ने सीबीआइ को लिखे पत्र में इस मामले में CBI जांच कराने की मांग की है। यह सारी जानकारी अधिवक्ता ने सीबीआइ को 16 फरवरी को लिखे पत्र में दी है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, एक महीने पूरे होने पर वह शीर्ष अदालत यानी सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालेंगे।