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पंचायत चुनाव में नामांकन पत्र खरीदने वालों की लगी भीड़, जानिए खास बातें

त्रिस्तरीय पंचायत में नामांकन पत्र खरीदने वालों की लगी भीड़, जानिए अपने गांव का हाल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही जिला प्रत्याक्षी वोटरों को रिझाने में लग गए हैं। वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र करीदने वालों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है।

रोहटा में बिके 40 पर्चे

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद अब नामांकन पत्रों की बिक्री का काम शुरू हो गया है। गुरुवार को मेरठ के रोहटा ब्लॉक में प्रधान पद के लिए 40 नामांकन पत्रों की बिक्री की गई।

वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए चार नामांकन पत्र खरीदे गए। वहीं नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए प्रत्याशियों ने जिला पंचायत से नोड्यूज भी प्राप्त किए। इसका मतलब ये है कि इन प्रत्याशियों का अब पिछला कोई भी बकाया नहीं है।

खर्च की सीमा तय

बता दें कि राज्य निर्वाचन आयोग त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की जो अधिसूचना जारी की है उसके हिसाब से 2015 में हुए पंचायत चुनावों के हिसाब से ही प्रत्याशी चुनाव में खर्च कर सकेंगे।

इसके लिए जिला पंचायत सदस्य जहां सबसे अधिक डेढ़ लाख रुपए खर्च कर सकता है। वहीं ग्राम प्रधान चुनाव में अधिकतम 75 हजार रुपए खर्च कर सकता है। वहीं अगर बात जमानत राशि की करें तो ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार को दो हजार रुपए जमानत राशि जमा करनी होगी।

होगी वीडियोग्राफी

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को निष्पक्ष करवाने के लिए इस बार वीडियोग्राफी करवाने की व्यवस्था करवाई गई है। सभी महत्वपूर्ण मीटिंगों और सभाओं की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी।

इसके लिए यूपी पंचायत चुनाव के लिए मुख्य सचिव बनाए गए राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों को हर हाल में निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न करवाया जाए। इसके कोई भी कोताई न की जाए।

श्री तिवारी ने कहा कि माफिया और अपराधियों पर खास नजर रखी जाए और जो भी कानून तोड़े उस पर कठोर कार्रवाई की जाए।

 

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