भोपाल। कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन को आज 31वां दिन है। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के चारों ओर डेरा डाले हुए बैठे हैं। इसके साथ ही किसानों के समर्थन में लगभग सभी विपक्षी दल आगे आ रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने अपना पूरा समर्थन किसानों को दे दिया है। वहीं आज मध्यप्रदेश के राजगढ़ में दिग्विजय सिंह ने अपनी ही पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जहां हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसान कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं वहीं मध्यप्रदेश के किसान तो भोले-भाले है और कांग्रेसी भी सो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जागो, उठो और पदयात्रा में शामिल हो जाओ और इस किसान विरोधी कानून के खिलाफ आवाज उठाओ। वहीं दूसरी तरफ किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत में भी कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
किसानों को मुआवजा नहीं मिलने के विरोध में युवक कांग्रेस ने दांडी यात्रा निकाली-
बता दें कि इन दिनों केंद्र सरकार द्वारा लागू किए कृषि कानून के खिलाफ पूरे देश में विरोध हो रहा है। अपने-अपने राजनीतिक क्षेत्रों में पार्टियां केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। इसे साफ जाहिर होता है कि कृषि कानून के खिलाफ सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि राजनीतिक पार्टियां भी हैं। इसी बीच राजगढ़ जिले के तलेन में दिग्विजय सिंह ने कृषि कानून को लेकर कहा कि पीएम मोदी इस देश के किसानों के साथ अन्याय कर रहे हैं और इसीलिए हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के किसान उसका विरोध कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के किसान भोले भाले हैं, बेचारे सीधे हैं और कांग्रेसी भी सो रहे हैं। उन्होनें पदयात्रा में शामिल होकर किसान विरोधी कानून के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया। राजगढ़ जिले के तलेन में शुक्रवार को केंद्र सरकार की ओर लागू किए गए कृषि कानून बिल एवं राजगढ़ जिले के किसानों को मुआवजा नहीं मिलने के विरोध में युवक कांग्रेस ने दांडी यात्रा निकाली। जिले के तलेन से भोपाल तक 100 किलोमीटर की इस दांडी यात्रा को तलेन में राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यात्रा का समापन 28 दिसंबर को भोपाल में विधानसभा भवन-
इस यात्रा में कांग्रेस के पदाधिकारी एवं किसान शामिल हुए। यात्रा का समापन 28 दिसंबर को भोपाल में विधानसभा भवन या पीसीसी में किया जाएगा। राजगढ़ जिले में सोयाबीन की फसल नष्ट होने पर केवल सारंगपुर तहसील के किसानों को राहत राशि मिली, जिले की अन्य 8 तहसीलों में राहत राशि का इंतजार कर रहे हैं और इसी को लेकर ये पैदल दांडी यात्रा निकाली जा रही है।