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Anant Chaturdashi 2021: जानें अनंत चतुर्दशी के व्रत का महत्व, इस समय करें हरिविष्णु की पूजा

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हर साल भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी  के रुप में मनाया जाता है। साथ ही इस दिन गणेश जी को विदाई भी दी जाती है। इस बार अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर के दिन पड़ने वाली है।

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आपको बता दें कि इस दिन भगवान नारायण के स्वरूप की पूजा की जाती है।  इस दिन रखा हुआ व्रत सभी तरह के संकटों को जीवन से दूर करता है। इस दिन व्रत से अक्षय पुण्य यानी कभी खत्म न होने वाले पुण्य की प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार द्वापरयुग में जब पांडव जुए में अपना सब कुछ हार कर जंगल में भटक रहे थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें अनंत चतुर्दशी के व्रत के बारे में बताया।

और इसके बाद से ही वो संकटों से बाहर आ गये। कौरवों के खत्म होने के बाद उनको राज पाट मिल गया और जीवन से संकट दूर हो गये।

शुभ मुहूर्त

19 सितंबर 2021 की सुबह 6:07 मिनट से शुरू होकर, 20 सितंबर 2021 सोमवार को सुबह 5:30 मिनट तक रहेगी।  पूजा के समय सुबह 11:56 बजे से दोपहर 12:44 मिनट तक है.।

इस दिन 19 तारीख को पूरे दिन की चतुर्दशी तिथि  रहेगी  इसलिये  19 सितंबर को किसी भी समय पूजा कर सकते हैं।

राहुकाल का समय –  शाम 04:52 से 06:22 तक रहेगा

शुभ मुहूर्त
इस दिन चतुर्दशी तिथि 19 सितंबर 2021 की सुबह 6:07 मिनट से शुरू होकर, 20 सितंबर 2021 सोमवार को सुबह 5:30 मिनट तक रहेगी. पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ समय सुबह 11:56 बजे से दोपहर 12:44 मिनट तक है. चूंकि 19 तारीख को पूरे दिन की चतुर्दशी तिथि है, ऐसे में राहुकाल को छोड़कर किसी भी समय पूजन किया जा सकता है. 19 सितंबर को राहुकाल शाम 04:52 से 06:22 तक रहेगा।

 

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