लखनऊ: दिल्ली में किसान पिछले 6 महीने से धरने पर बैठे हुए हैं। तीनों किसान कानून का विरोध करते हुए दिल्ली से सटे बॉर्डर पर लगातार आंदोलन जारी है। इसी क्रम में वह बुधवार को काला दिवस मनाएंगे। इसका एलान संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से किया गया।
काले झंडे लगाकर होगा विरोध
किसान कानून का विरोध करते हुए काला दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भी किसानों से अपील की। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने घरों पर काले झंडे लगाएं। इसके साथ ही गांव में सरकार का पुतला फूंक कर विरोध जताने की बात कही गई। इस आंदोलन को किसानों के साथ-साथ विपक्ष का भी समर्थन मिला है। पिछले दिनों राष्ट्रीय लोक दल के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी किसानों को प्रति अपना समर्थन दिखाया।
1. तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की माँग को लेकर देश के किसान कोरोना के इस अति-विपदाकाल में भी लगातार आन्दोलित हैं। आन्दोलन के 6 महीने पूरे होने पर कल 26 मई को उनके देशव्यापी ’विरोध दिवस’ को बीएसपी का समर्थन। केन्द्र को भी इनके प्रति संवेदनशील होने की जरूरत। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2021
बीएसपी ने किया काला दिवस का समर्थन
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके किसानों के प्रति अपने समर्थन की बात कही। उन्होंने कहा कि किसान इस महामारी के बीच लगातार आंदोलन कर रहे हैं। 6 महीने पूरे होने में देशव्यापी विरोध का बहुजन समाज पार्टी भी समर्थन करती है। केंद्र का रवैया किसानों के प्रति बिल्कुल सही नहीं है। ऐसे में यह किसानों की आवाज बनकर सामने आ रहा है।