नई दिल्ली। भारत को पाकिस्तान के साथ चीन के साथ युद्ध के लिए तैयार रहना होगा। ये मिथक है कि परमाणु सम्पन्न लोकतांत्रिक देश युद्ध नहीं करते हैं। पाकिस्तान के लिए उसका सबसे बड़ा दुश्मन भारत है। जिसके साथ वो छद्म युद्ध कर रहा है। इस दौरान लगातार सीमापार से आतंकी गतिविधियों को पाकिस्तान संचालित कर रहा है। जिससे कश्मीर घाटी समेत पूरे देश में आतंक का माहौल व्याप्त हो रहा है।
पाकिस्तान से गतिरोध इस कदर बढ़ चुके हैं इनका कोई अंत नहीं है। उधर चीन भी भारतीय सीमाओं पर घुसपैठ कर भारत की बर्दाश्त की हद नापने की कोशिश कर रहा है। देश को आने वाले समय में होने वाले युद्ध जैसे हालातों के लिए तैयार रहना होगा। इसके साथ सैन्य बलों की तैयारी को मजबूत और सुदृढ़ बनाना हमारी सबसे बड़ी कोशिश होगी। ये बातें थल सेना प्रमुख बिपिन रावत ने देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित एक सेमिनार में शिरकत करते हुए कही।
इस वक्त अगर चीन से भारत उलझ सकता है तो पाकिस्तान ऐसे हालात का फायदा उठने के लिए हमेशा से तैयार रहेगा। वहीं हालात पाकिस्तान और भारत के साथ होने वाले युद्ध की स्थिति में भी होगा। इसलिए देश को अपनी उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं के हालातों पर नजर रखते हुए दोनों को एक साथ जवाब देने के लिए हमेशा से तैयार रहना होगा। परमाणु हथियार प्रतिरोध कर सकते हैं, लेकिन युद्ध को रोक दें या ऐसे हालातों को बनने से रोंके ये संभव नहीं है। ऐसे में हम अपनी तैयारियों से मुहं नहीं मोड़ सकते हैं।
कुछ लोगों को लगता है कि कोई देश युद्ध के लिए तैयार नहीं है। हालातों को देखकर लोगों का दावा है कि युद्ध नहीं हो सकता है लेकिन ऐसी सोच का असर सेना के मुराल पर गलत प्रभाव डालता है। जिसके चलते सेना का आधुनिकीकरण प्रभावित होता है। इसके साथ ही इसके बजट पर भी इसका असर पड़ता है। किसी देश की सेनाएं एक दूसरे के खिलाफ नहीं बल्कि देश लड़ते हैं। देश के सैन्यबल को इन हालातों के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।